प्रमुख दवा कंपनी सिप्ला में 15 मई को एक बड़ा ब्लॉक डील होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, प्रमोटर परिवार (जिसमें शिरीन हमीद, समीना हमीद और रुमाना हमीद शामिल हैं) और ओकासा फार्मा कंपनी में 2.53% तक की हिस्सेदारी ब्लॉक डील के मीडियम से बेच सकते हैं। इस बिक्री से उन्हें अनुमानित तौर पर 2,637 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है।
क्या हो सकती है डील?
जानकारी के अनुसार, यह ब्लॉक डील 1,289.5 से 1,357.35 रुपये प्रति शेयर के दायरे में हो सकती है। यह आज के क्लोजिंग प्राइस 1,358.20 रुपये से करीब 5% की छूट पर है। मनीकंट्रोल के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2024 के अंत में, सिप्ला में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 33.47% थी। वहीं, म्यूचुअल फंड ने जनवरी-मार्च तिमाही में अपनी हिस्सेदारी 16.66% से बढ़ाकर 16.83% कर ली है। इसके अलावा, FII या FPI ने भी अपनी हिस्सेदारी इसी तिमाही में 25.73% से बढ़ाकर 25.82% कर ली है।
रिसर्च एनालिस्ट की राय
प्रभूदास लिलाधर के रिसर्च एनालिस्ट परम देसाई का कहना है कि सिप्ला के फाइनेंशियल रिजल्ट उनके अनुमानों के अनुरूप रहे हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी का 24.5% से 25.5% के मार्जिन का मार्गदर्शन पॉजिटिव सरप्राइज था। चौथी तिमाही के आंकड़ों से पहले, मेरा अनुमान 24.5% से थोड़ा कम था। इस लिहाज से यह पॉजिटिव रहा।
स्ट्रेटेजिक मंशा
अपने फाइनेंशियल रिजल्ट के साथ-साथ, दवा कंपनी ने भारत में वजन घटाने के सेक्टर में उतरने की अपनी स्ट्रेटेजिक मंशा का भी खुलासा किया। कंपनी मोटापे से निपटने के समाधान की बढ़ती मांग को भुनाने की कोशिश कर रही है। सिप्ला जहां खुद एक मोटापा रोधी दवा पर काम कर रही है, वहीं यह भारतीय बाजार में अमेरिकी दवा निर्माता एली लिली की वजन घटाने वाली दवाओं को बेचने के लिए भी तैयार है। गौरतलब है कि सिप्ला की पहले से ही एली लिली के साथ देश में उनकी डायबिटीज की दवाओं को बेचने और बढ़ावा देने के लिए पार्टनरशिप कर चुकी है।
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