Nifty Weekly Outlook: घरेलू शेयर बाजारों में इस हफ्ते (10 से 14 मार्च) गिरावट दर्ज की गई। रियल्टी, आईटी और ऑटो शेयरों में बिकवाली के कारण लगातार पांचवें दिन ट्रेडिंग सेशन में निफ्ट50 और सेंसेक्स लाल निशान में बंद हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर से अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है। इससे आईटी सेक्टर के दिग्गज शेयरों पर बुरा असर पड़ा।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुक्रवार को 200.85 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,828.91 पर बंद हुआ, जिसमें 22 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए और आठ शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। एनएसई निफ्टी 73.30 अंक या 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,397.20 पर बंद हुआ।
वहीं, सप्ताह के दौरान निफ्टी 50 में 0.69 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि सेंसेक्स में 0.68 प्रतिशत की गिरावट आई। सप्ताह के दौरान ब्रोडर मिड-कैप और स्मॉल-कैप में क्रमशः 2.2 प्रतिशत और 3.9 प्रतिशत की गिरावट आई। इसी के साथ बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 1,71,623 करोड़ रुपये घटकर 3,91,12,994 करोड़ रुपये रह गया।
निफ्टी का सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल?
चॉइस ब्रोकिंग का कहना है कि निफ्टी50 गिरावट के साथ 22,397 पर बंद हुआ। यह बुलिश केंडल जैसी शुरुआत के बाद वीकली चार्ट पर डोजी केंडल जैसा पैटर्न दिखा रहा है। डोजी केंडल एक सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न होता है। इसमें बाजार के खुलने और बंद होने का लेवल समान या बहुत करीब होते हैं।
ब्रोकरेज ने कहा कि 100 एक्सपोनेशितल मूविंग एवरेज (EMA) के सपोर्ट से यह पैटर्न लगातार तेजी के संकेत को दर्शाता है। हालांकि, साथ ही प्रमुख प्रतिरोध स्तरों के पास अनिश्चितता का भी संकेत देता है। 22,680 से ऊपर का स्तर ब्रेकआउट की पुष्टि कर सकता है, जो संभावित रूप से इंडेक्स को 23,050 और 23,150 की ओर ले जा सकता है।
ब्रोकरेज के अनुसार, नीचे की ओर निफ्टी को 22,150 के लेवल पर मजबूत समर्थन दिख रहा है। इसके बाद यह लेवल 22,000 पर है। इन स्तरों से नीचे जाने पर आगे और भी कमज़ोरी आ सकती है। इससे बिक्री दबाव बढ़ सकता है। हालांकि, जब तक इंडेक्स इन समर्थन स्तरों से ऊपर बना रहता है, तब तक ब्रोडर तेजी का ढांचा बरकरार रहता है। निवेशकों को ट्रेंड की आगे की दिशा परखने के लिए इन स्तरों के आसपास प्राइस एक्शन पर बारीकी से नज़र रखनी चाहिए।
सपोर्ट लेवल: 22200 – 22000
रजिस्टेंस लेवल: 22700-23000
ओवरऑल बायस: साइडवेज से बुलिश
क्या स्ट्रेटेजी अपनाएं निवेशक?
ब्रोकरेज ने कहा कि इंडिया VIX में 3.01% की गिरावट आई और यह 13.28 पर आ गया। यह बाजार में अस्थिरता कम होने और निवेशकों के बेहतर सेंटीमेंट को दर्शाता है। इससे पता चलता है कि अनिश्चितता कुछ हद तक कम हुई है और निवेशक बाजार की स्थिरता में अधिक विश्वास दिखा रहे हैं। हालांकि, कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली को लेकर चिंताओं ने बाजार की धारणा को प्रभावित करना जारी रखा है।
ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा से पता चलता है कि कॉल OI का हाईएस्ट कंसेन्डरेशन 22,500 और 22,600 पर है। यह मजबूत रेसिस्टेंस का संकेत देता है। वहीं, हाईएस्ट रजिस्टेंस लेवल 22,300 पर है। यह एक प्रमुख समर्थन स्तर को दर्शाता है। यदि निफ्टी 22,680 से ऊपर बना रहता है, तो यह नई तेजी को गति दे सकता है। वहीं, अगर यह 22,150 से ऊपर बने रहने में विफल रहता है तो आगे और ज्यादा गिरावट आ सकती है। ऐसे में वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों को सख्त रिस्क मैनेजमेंट के साथ सतर्क आउटलुक बनाए रखना चाहिए।
