खनन समूह वेदांता लिमिटेड (Mining conglomerate Vedanta Ltd) ने पात्र संस्थागत नियोजन (QIP) से मिली राशि और कम ब्याज दर पर 35 करोड़ डॉलर की नई सुविधा के मिश्रण से 90 करोड़ डॉलर के उच्च लागत वाले ऋण का भुगतान किया है। इसके परिणामस्वरूप कंपनी पर 55 करोड़ डालर का शुद्ध कर्ज कम हुआ और इसके बहीखाते में और मजबूती आई है।
यह ऋण वेदांता की सहायक कंपनी THL Zinc Ventures ने मई 2023 में 13.9 प्रतिशत ब्याज दर पर लिया था, जिसे आंशिक रूप से जून 2024 में वेदांता द्वारा जुटाए गए 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के क्यूआईपी फंड से चुकाया गया।
सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा, वेदांता (Vedanta) ने जेपी मॉर्गन और अन्य बैंकरों से 9.6 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से 35 करोड़ डॉलर का नया ऋण जुटाया, जिससे वार्षिक ब्याज लागत नौ करोड़ डॉलर कम हो गई।
यह कदम वेदांता की व्यापक ऋण कमी (deleverage) रणनीति के अनुरूप है। दिसंबर तिमाही तक, कंपनी का शुद्ध ऋण-से-EBITDA अनुपात 1.9x (Q1 FY24) से घटकर 1.4x हो गया, जबकि इसका मध्यम अवधि का लक्ष्य 1x है।
इस बीच, वेदांता की मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड ( Vedanta Resources Ltd (VRL)) ने अपना ऋण घटाकर 4.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर कर दिया है, जो एक दशक में सबसे निचला स्तर है।
फरवरी में, वेदांता ने 9.40-9.50 प्रतिशत कूपन दर पर 2,600 करोड़ रुपये के असुरक्षित गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCDs) जारी किए, जिसमें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, कोटक, निप्पॉन, आदित्य बिड़ला सन लाइफ और एक्सिस सहित संस्थागत निवेशकों की भागीदारी रही।
रेटिंग एजेंसियों ने इस कदम को सकारात्मक रूप से लिया है। ICRA और CRISIL ने वेदांता को ‘AA रेटिंग/विकासशील प्रभावों के साथ वॉच’ (AA Rating/Watch with Developing Implications) प्रदान की, जिससे कंपनी को भविष्य में कम लागत पर पुनर्वित्त के विकल्पों को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
