Market overview : भारतीय बाजार के लिए बेहद खराब संकेत मिल रहे हैं। मंदी की चिंताओं से अमेरिकी बाजारों में कल भारी गिरावट देखने को मिली। नैस्डैक 4% से ज्यादा टूट गया। डाओ जोंस और S&P 500 भी 2% से ज्यादा फिसल गए, क्रिप्टो करेंसियां भी 14% तक टूट गईं। आज सुबह एशियाई बाजारों में भी बिकवाली देखने को मिली है। गिफ्ट निफ्टीभी 200 प्वाइंट से ज्यादा फिसल गया है। करेंसी और इक्विटी बाजारों में आज क्या हो रहा है यह जानने के लिए मनीकंट्रोल के साथ बने रहें। यहां हम आपके लिए तमाम समाचार प्लेटफॉर्मों पर चल रही आज की ऐसी अहम खबरों की एक सूचि जारी कर रहें हैं जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं।
इंडसइंड बैंक के खातों में गड़बड़ी की समीक्षा
इंडसइंड बैंक के लिए बड़ी निगेटिव खबर है। बैंक ने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में अकाउंटिंग खामियों से बड़े नुकसान की आशंका जताई है। बैंक की नेट वर्थ पर दिसंबर 2024 तक 2.35% असर पड़ने का अनुमान है। बैंक की सफाई बाहरी एजेंसी से स्वतंत्र जांच करा कर की जा रही है। इसकी रिपोर्ट का अभी इंतजार है। आंतरिक समीक्षा के बाद बैंक ने एक्सचेंज को ये जानकारी दी है।
क्रूड में नरमी, $69 के नीचे ब्रेंट
क्रूड में नरमी से बाजार को थोड़ी राहत संभव है। ब्रेंट 69 डॉलर के नीचे आ गया है। US टैरिफ से इकोनॉमिक में सुस्ती की आशंका है। OPEC+ देशों से उत्पादन बढ़ने से कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है।
NTPC और NTPC ग्रीन करेंगे छत्तीसगढ़ में बड़ा निवेश
NTPC और NTPC ग्रीन ने छत्तीसगढ़ सरकार से 96,000 करोड़ रुपये के समझौते किए हैं। Pump Hydro और Renewable एनर्जी सेक्टर में निवेश के लिए ये करार किए गए हैं।
डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड
डॉलर इंडेक्स 4 महीनों के नीचे स्तर पर कायम है। डॉलर इंडेक्स का भाव 104 के नीचे बना हुआ है। उधर US की 10 सालों की बॉन्ड यील्ड 4.2% के नीचे फिसल गई है। कल 10 कंपनियों ने बांड की बिक्री को टाल दिया।
अमेरिका में घटेगी ब्याज दर?
मई में दरों में संभावित कटौती पर बाजार दो हिस्सों में बंटा हुआ है। 50% लोगों को यूएस फेड से मई में कटौती की उम्मीद है। 50% लोगों को मई में कटौती न होने की उम्मीद है। साल के अंत तक 0.80% कटौती की उम्मीद है।
फंड फ्लो एक्शन
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 10 मार्च को 485 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। वहीं, दूसरी तरफ घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 263 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।
