गिरते शेयर बाजार में कहां पैसे लगाएं? अगर आप भी यही सोच रहे हैं तो जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट आपके काम आ सकती है। ब्रोकरेज का कहना है भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ महीनों में भारी गिरावट देखी गई है, लेकिन अब ये गिरावट अपने अंतिम चरण में हो सकती है। ब्रोकरेज का कहना है कि बाजार की गिरावट ने कई मजबूत कंपनियों के शेयरों को आकर्षक स्तर पर ला दिया है, जिनमें अब निवेश के मौके दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही इस मोतीलाल ओसवाल नेअपने पंसदीदा शेयरों की लिस्ट भी जारी की है।
मोतीलाल ओसवाल ने रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय शेयर बाजार में अच्छा खासा करेक्शन आ चुका है और अब इसमें रिकवरी की उम्मीद दिखाई दे रही है। ब्रोकरेज ने कुछ ऐसे ही मजबूत कंपनियों के शेयरों को चुना है जो हाल ही में गिरावट के शिकार हुए हैं, लेकिन उनके कमाई की क्षमता, बिजनेस ग्रोथ और मैनेजमेंट क्वालिटी को देखते हुए आने वाले समय में इनमें उछाल देखने को मिल सकता है। इसमें लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट की भी कंपनियां शामिल हैं।
मोतीलाल ओसवाल ने कुल 12 लार्जकैप कंपनियों का अपने टॉप पिक्स में शामिल किया है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL), लार्सन एंड टुब्रो (L&T), मारुति सुजुकी, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, LTIमाइंडट्री, श्रीराम फाइनेंस, JSW एनर्जी और पॉलीकैब शामिल हैं।
इसके अलावा इसके मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट से कुल 10 शेयरों को चुना है। इनमें HDFC AMC, कोफोर्ज, पेज इंडस्ट्रीज, AU स्मॉल फाइनेंस बैंक, JK सीमेंट्स, इप्का लैब्स, गोदरेज प्रॉपर्टीज, ब्रिगेड, एंजल वन और हैप्पी फोर्जिंग्स जैसे स्टॉक्स शामिल हैं। ब्रोकरेज ने कहा कि इन सभी कंपनियों की अपनी सेक्टर में मजबूत उपस्थित और लॉन्ग टर्म में ये निवेशकों का अच्छा रिटर्न दे सकती है।
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी इस उम्मीद के पीछे कई कारण बताए हैं। सबसे पहले उसने अर्निंग ग्रोथ में अगले वित्त वर्ष से उछाल आने का अुमान जताया है। ब्रोकरेज ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में अर्निंग्स ग्रोथ भले ही सुस्त रहे,किन वित्त वर्ष 2026 में यह दोहरे अंकों में पहुंच सकती है।
दूसरा बड़ा कारण है बाजार का वैल्यूएशन। मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, हालिया गिरावट के बाद अब निफ्टी-50 अब अपने लॉन्ग टर्म औसत से करीब 10% के डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है, खासकर लार्ज-कैप स्टॉक्स में। यानी कई स्टॉक्स अब अच्छे स्तर पर आ गए हैं, जिससे इनमें एंट्री का मौका बना है।
इसके अलावा भारत की फाइनेंशियल और मॉनिटरी पॉलिसी में भी अब मांग को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है, जो आगे चलकर शेयर बाजार के मूड को बेहतर कर सकती हैं। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2026 के बजट में 1 लाख करोड़ रुपये की बचत योजनाओं का ऐलान किया था, जिससे घरेलू खपत बढ़ेगी और बाजार को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा आरबीआई ने हाल ही में बैंकों में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसका धीरे-धीरे फायदा दिखाई देगा।
इसके अलावा ग्लोबल मोर्चे पर भी कुछ पॉजिटिव संकेत दिखाई दे रहे हैं। मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में स्थिरता आ रही है। S&P 500 भी अमेरिकी चुनाव से पहले के स्तरों की ओर लौट रहा है। इससे भारतीय शेयर बाजार में स्थिरता की उम्मीद बढ़ी है।
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