Stock Market Outlook: घरेलू शेयर बाजारों में पांच महीनों से ज्यादा वक्त से करेक्शन जारी है. अब टैरिफ पॉलिसी के चलते मंदी की चिंता में अमेरिकी बाजारों में भयंकर गिरावट आ गई है. CITI ने यूएस मार्केट्स को डाउनग्रेड किया है और चीन की रेटिंग को अपग्रेड किया है. लेकिन इस बीच भारतीय शेयर बाजारों के आउटलुक पर बात हो रही है. भारतीय शेयर बाजार को लेकर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Morgan Stanley और Jefferies ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से रिकवरी कर रही है, और चुनिंदा सेक्टर्स में निवेश के अच्छे अवसर मिल सकते हैं.
Morgan Stanley India Strategy में कहा गया है कि भारत एशिया में सबसे बेहतर स्थिति में है. रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल ट्रेड टेंशन के बावजूद भारत एशिया में सबसे मजबूत स्थिति में है.
Morgan Stanley ने क्या कहा?
ग्लोबल ब्रोकरेज ने कहा कि कम गुड्स एक्सपोर्ट पर निर्भरता है. मजबूत सर्विस एक्सपोर्ट है. भारत की जीडीपी में गुड्स एक्सपोर्ट की हिस्सेदारी कम है, जिससे ट्रेड टेंशन का असर सीमित रहेगा. मजबूत सर्विस एक्सपोर्ट भारत को अन्य एशियाई देशों से आगे बनाए रखेगा. मौद्रिक नीतियों में राहत और सरकारी खर्च में बढ़ोतरी होगी. ब्याज दरों में नरमी, लिक्विडिटी सपोर्ट और रेगुलेटरी ईजिंग तीनों एक साथ काम कर रहे हैं. सरकारी कैपेक्स स्पेंडिंग बढ़ने से आगे ग्रोथ में तेजी आने की संभावना है. GST कलेक्शन से संकेत है कि रिकवरी मजबूत हो रही है.
जनवरी-फरवरी 2025 में GST ग्रोथ 10.7% रही, जो पिछले साल की तुलना में बेहतर है. ग्रामीण इलाकों में FMCG ग्रोथ भी बढ़कर 7.1% हो गई है.
किन सेक्टरों में आएगी तेजी?
Morgan Stanley ने कहा कि बैंकिंग और NBFC (non-financial banking companies) सेक्टर ने अब तक बेहतर प्रदर्शन किया है और आगे भी इसमें मजबूती की उम्मीद है. कंस्यूमर डिस्क्रिशनरी और इंडस्ट्रियल सेक्टर में ग्रोथ की संभावना है. कंज्यूमर डिमांड में सुधार और सरकारी निवेश से इंडस्ट्रियल सेक्टर को फायदा मिलेगा.
Jefferies India की क्या है स्ट्रैटेजी?
जेफ्रीज की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय बाजार शॉर्ट टर्म में उछाल के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि बैंकिंग और NBFC सेक्टर में मजबूत ग्रोथ ट्रेंड के चलते निवेश का अच्छा अवसर है. ऑटो, प्रॉपर्टी और पावर सेक्टर में मजबूत डिमांड और सरकारी नीतियों से फायदा मिलेगा. मेटल सेक्टर में चीन में रिकवरी और संभावित सेफगार्ड ड्यूटी के चलते वेटेज बढ़ाया गया.
इन सेक्टर्स को कर दिया अंडरवेट
Jefferies ने IT सेक्टर को अंडरवेट करते हुए कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कमजोरी और डॉलर इंडेक्स में गिरावट से IT सेक्टर पर दबाव बना रहेगा. IT कंपनियों के प्रीमियम वैल्यूएशन के चलते इसमें और कमजोरी आ सकती है. फार्मा सेक्टर में अमेरिका की नई टैरिफ पॉलिसी से भारतीय फार्मा कंपनियों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
Jefferies ने पोर्टफोलियो में किया बदलाव
Jefferies ने अपने पोर्टफोलियो में Crompton Consumer, Shriram Finance, Tata Steel, Hindalco को ऐड किया है. वहीं, ऑटो सेक्टर से M&M, TVS, Eicher, Maruti को, NBFC से Home First, IT सेक्टर से TCS, Infosys, Coforge, फार्मा सेक्टर से Sun Pharma को हटाया है.
