Stock Market Falling: हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. अब वो सिक्का आपके जीवन की पटरी पर नाच रहा है या दलाल स्ट्रीट पर. खुशी-गम, बियर-बुल का खेल तो चलता रहेगा. लेकिन जरा सोचकर देखिए कि अचानक से जीवन में आए किसी दुख के सैलाब की तरह मार्केट में बियर का राज हो जाए तो क्या होगा? बड़े निवेशक तो स्मार्ट होते हैं, वह सही समय पर या तो टारगेट या फिर स्टॉप लॉस ट्रिगर होते ही मार्केट से एग्जिट हो जाएंगे. एक बार उन रिटेल निवेशकों का सोचिए जो पसीने की कमाई को मार्केट में इंवेस्ट करते हैं ताकि वह जॉब या बिजनेस के साथ पैसिव इनकम जेनरेट कर सकें. पिछले 6 महीने साइड इनकम की सोच रखने वाले निवेशकों की जिंदगी में साइड लॉस का कोरोबार शुरू हो गया है.
यूएस मार्केट में भी दिखी बिकवाली
अब तो ये हालत हो गई है कि भारत के साथ अमेरिका जैसे पावरफुल मार्केट में भी बिकवाली तेज हो गई है. अमेरिकी शेयर बाजार में दिखी भारी गिरावट से वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ गई है. मंदी की आशंका के चलते डाओ जोंस 900 अंक और नैस्डैक 725 अंक लुढ़क गया. यह नैस्डैक की 2022 के बाद की सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट रही. टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी Tesla 15% टूटी, जो सितंबर 2020 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट रही. इसके अलावा, क्रिप्टो बाजार भी दबाव में रहा, जहां बिटकॉइन $79,000 के नीचे फिसल गया. इसका असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिला है.
ब्रोकरेज फर्म CITI ने घटाया भरोसा
सोमवार की गिरावट के बाद अब ग्लोबल फाइनेंशियल और ब्रोकरेज फर्म CITI ने अमेरिकी शेयर बाजार की “ओवरवेट” रेटिंग को घटाकर “न्यूट्रल” कर दिया है. यह फैसला अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी और बाजार में तेज बिकवाली के चलते लिया गया है. दूसरी ओर, CITI ने चीन के बाजार को “न्यूट्रल” से बढ़ाकर “ओवरवेट” कर दिया है. यह रिपोर्ट इस बात की ओर इशारा कर रही है कि आगे भी बिकवाली जारी रह सकती है.
जेफरीज ने बताई इंडियन मार्केट के लिए स्ट्रैटेजी
भारत का बाजार निकट भविष्य में उछाल के लिए तैयार है. ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का कहना है कि बैंक, एनबीएफसी, ऑटो, प्रॉपर्टी और पॉवर सेक्टर को भी इसी तरह आगे बढ़ने के लिए प्राथमिकता देना चाहिए. डीएक्सवाई और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित कमजोरी को देखते हुए फ्रम ने आईटी को अंडरवेट कर दिया है. चीन में संभावित रिकवरी और संभावित सुरक्षा शुल्कों को ध्यान में रखते हुए मेटल सेक्टर के शेयर पर नजर बनाए रखें. संभावित अमेरिकी टैरिफ चिंता के कारण फार्मा सेक्टर कम फोकस में रह सकता है. टाटा स्टील और हिंडाल्को को मॉडल पोर्टफोलियो में ऐड कर सकते हैं. एमएंडएम, टीवीएस, आयशर, मारुति, होम फर्स्ट, टीसीएस, इंफोसिस, कोफोर्ज और सन फार्मा को मॉडल पोर्टफोलियो से हटा दें. कुछ एक्सपर्ट की मानें तो बाजार अगले 5 सालों तक जीरो रिटर्न दे सकता है. हालांकि जिस तरह से गिरावट देखी जा रही है. यह बात सच भी हो सकती है.
