US Markets Crash: भारतीय शेयर बाजारों में तो महीनों से गिरावट जारी ही है. टैरिफ पॉलिसी पर अनिश्चितता को देखते हुए अमेरिकी बाजारों में भी कोहराम मच गया है. एक बार फिर से मंदी के डर से प्रमुख इंडेक्सेस कई महीनों के निचले स्तर पर बंद हुए हैं. सोमवार की गिरावट के बाद अब ग्लोबल फाइनेंशियल और ब्रोकरेज फर्म CITI ने अमेरिकी शेयर बाजार की “ओवरवेट” रेटिंग को घटाकर “न्यूट्रल” कर दिया है. यह फैसला अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी और बाजार में तेज बिकवाली के चलते लिया गया है. दूसरी ओर, CITI ने चीन के बाजार को “न्यूट्रल” से बढ़ाकर “ओवरवेट” कर दिया है.
अमेरिकी बाजार में भारी गिरावट
CITI के विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अब बाकी दुनिया की तुलना में तेज गति से नहीं बढ़ रही है. S&P 500 इंडेक्स 200-डे मूविंग एवरेज से नीचे चला गया है, जिससे बाजार में और गिरावट के संकेत मिले हैं. सोमवार को कारोबार के बाद जारी रिपोर्ट में बताया गया कि डाओ जोंस 900 अंक गिरा, जबकि नैस्डैक 725 अंक फिसला. डाओ 4 महीने के और नैस्डैक 6 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा. नैस्डैक में 2022 के बाद की सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट दर्ज की गई. Tesla का शेयर 15% टूटा, जो सितंबर 2020 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है. पिछले 4 महीनों में Tesla का शेयर 50% तक गिर चुका है. क्रिप्टो बाजार में भी भारी गिरावट देखी गई, बिटकॉइन $79,000 के नीचे आ गया. सोना, चांदी और कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) में भी कमजोरी का रुख दिख रहा है.
अमेरिकी मंदी का वैश्विक बाजारों पर असर
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी शेयर बाजार की यह गिरावट अन्य वैश्विक बाजारों के लिए भी शॉर्ट टर्म में निगेटिव संकेत दे सकती है. अमेरिका पर टैरिफ वॉर का असर भारी पड़ रहा है. नीतिगत अनिश्चितता (Policy Uncertainty) निवेशकों को परेशान कर रही है. डॉलर इंडेक्स लगातार 104 के नीचे बना हुआ है, जो बाजार में कमजोरी का संकेत देता है. नैस्डैक की गिरावट से IT शेयरों में और दबाव आ सकता है. CITI की रिपोर्ट के अनुसार, मीडियम से लॉन्ग टर्म में उभरते बाजार (Emerging Markets) ज्यादा आकर्षक साबित हो सकते हैं.
चीन को क्यों अपग्रेड किया गया?
CITI ने चीन को न्यूट्रल से ओवरवेट कर दिया है क्योंकि अमेरिकी मंदी की आशंका के कारण निवेशकों का झुकाव उभरती अर्थव्यवस्थाओं की ओर बढ़ सकता है. चीन की अर्थव्यवस्था में स्थिरता के संकेत मिल रहे हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है. वैश्विक बाजारों में चीन को एक मजबूत निवेश गंतव्य के रूप में देखा जा रहा है.
क्या आगे अमेरिकी बाजार संभलेगा?
CITI के विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी बाजार में रिकवरी तब होगी जब AI और टेक्नोलॉजी सेक्टर की ग्रोथ स्टोरी फिर से हावी होगी. हालांकि, फिलहाल अमेरिकी शेयर बाजार को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है.
