Indian Pharma Market: वित्त वर्ष 2026 में भारतीय फार्मा बाजार में सालाना आधार पर 8-9% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. सोमवार को जारी एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) की रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025 में इस सेक्टर की ग्रोथ सालाना आधार पर 7.5-8.0% रहेगी.
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर कृष्णनाथ मुंडे ने कहा कि “भारतीय फार्मा बाजार में वित्त वर्ष 2024 में सालाना आधार पर 6.5% और वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 9.9% की ग्रोथ दर्ज की गई थी. इस साल फरवरी में फार्मा बाजार ने सालाना आधार पर 7.5% का राजस्व दिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कीमत और नए लॉन्च में आई बढ़ोतरी की वजह से देखी गई. कीमत में बढ़ोतरी सालाना आधार पर 5.2% और नए लॉन्च में सालाना आधार पर 2.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, मूविंग एनुअल टोटल (MAT) या ओवरऑल फार्मा प्रोडक्ट्स की 12 महीने की रोलिंग बिक्री में फरवरी में 8.1% की बढ़ोतरी देखी गई. कार्डियक थेरेपी ने फार्मा बाजार में एमएटी में 10.8% की बढ़ोतरी और मासिक बाजार हिस्सेदारी में 13.7% की बढ़ोतरी के साथ बेहतर प्रदर्शन किया. इसके बाद गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, न्यूरोलॉजी/सेंट्रल नर्वस सिस्टम और डर्मेटोलॉजी का स्थान रहा. रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरी ओर, एंटी-इंफेक्टिव, रेस्पिरेटरी और गायनोकोलॉजी थेरेपी में फरवरी में कमजोर बढ़ोतरी देखी गई.
ग्लोबल ग्रोथ के मुकाबले दोगुनी रफ्तार
इस बीच, एक दूसरी हालिया रिपोर्ट से पता चला है कि देश में फार्मा सेक्टर में तेजी से उत्पादन बढ़ोतरी देखी जा रही है. मैकिन्से एंड कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय फार्मा सेक्टर 8% सीएजीआर से बढ़ा है और 2024 में निर्यात दरों में भी 9% की बढ़ोतरी देखी गई है. एपीआई (ATI) और बायोटेक्नोलॉजी में अपनी क्षमताओं का विस्तार करते हुए, इसने 8% सीएजीआर से बढ़ोतरी की है, जो वैश्विक औसत से दोगुना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि देश जेनेरिक दवाओं (Generic Medicine) का दुनिया का सबसे बड़ा सप्लायर भी बन गया है, जिसकी फार्मा निर्यात ग्रोथ रेट 9% है, जो वैश्विक औसत से लगभग दोगुनी है.
