बीता सप्ताह निफ्टी के लिए 3 महीनों का बेस्ट वीक रहा। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि बुल्स इस फैक्ट से राहत महसूस करेंगे कि निफ्टी ने पिछले मंगलवार के 21,964 के निचले स्तर से लगभग 600 अंक की रिकवरी की है। वे निश्चित रूप से उम्मीद कर रहे होंगे कि यह अब इंडेक्स को ऊपर ले जाने का नया बेस है। एक और पॉजिटिव बात पिछले दो कारोबारी सत्रों में इंडेक्स हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज में देखी गई चाल है। गुरुवार और शुक्रवार को शेयर में 6% से अधिक की बढ़ोतरी हुई और यह निफ्टी की रिकवरी में सबसे बड़ा फैक्टर रहा है।
शुक्रवार को निफ्टी 22,500 से ऊपर बंद हुआ और अब बुल्स के लिए पहला काम उस स्तर को सुरक्षित रखना होगा। शुक्रवार का सेशन वॉल स्ट्रीट के लिए बहुत उतार-चढ़ाव वाला रहा, लेकिन बेंचमार्क सूचकांक आखिर में हरे निशान में बंद हुए और इससे बुल्स को कुछ राहत मिल सकती है।
पिछले सप्ताह बाजारों के लिए पर्याप्त और अधिक सकारात्मक ट्रिगर रहे, लेकिन बाजार की प्रतिक्रिया केवल बुधवार और गुरुवार को ही आई। शुक्रवार का सत्र उतार-चढ़ाव भरा होने के बावजूद सीमित दायरे में और स्थिर रहा। मुख्य ट्रिगर्स की बात करें तो भारतीय रिजर्व बैंक ने लिक्विडिटी संकट के लिए उपायों की घोषणा की है, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है, जिसके चलते मेटल की कीमतों में तेजी आई है; तेल की कीमतें कई वर्षों के निचले स्तर पर हैं। हां, टैरिफ को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और विशेषज्ञों का मानना है कि यह बनी रहेगी।
इसके अलावा वीकेंड पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी दरों में और कमी आ सकती है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि दरों में कब, कितनी और किन प्रोडक्ट्स के मामले में कटौती होगी। शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से बिकवाली जारी रही, लेकिन आंकड़ा या तो स्थिर रहा या पहले देखी गई भारी बिकवाली के आंकड़ों से कुछ कम रहा। घरेलू संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार बने रहे।
क्या सेंटिमेंट हो गया है अच्छा?
पिछले कुछ सत्रों की रिकवरी के बावजूद, क्या यह जल्दबाजी होगी कि हम यह मान लें कि सेंटिमेंट अच्छा हो गया है? या इंडेक्स बॉटम पर आ गए हैं और अब तेजी से ऊपर की ओर बढ़ेंगे?
एंजल वन के राजेश भोसले का कहना है कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि करेक्शन पूरी तरह से खत्म हो गया है, क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में तेज करेक्शन के बाद उछाल आया है। निफ्टी के लिए 22,700 पर अभी भी महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस हैं। इमीडिएट सपोर्ट जोन 22,350-22,250 के स्तर के बीच है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी का मानना है कि अगर निफ्टी 22,750-22,800 के स्तर से ऊपर तेज चाल देखता है, तो बुल्स फिर से एक्शन में आ सकते हैं। यहां से कोई भी गिरावट 22,250 पर सपोर्ट पा सकती है।
बैंक निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
RBI की ओर से लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए की गई घोषणाओं और बैंकों, एनबीएफसी के लिए कुछ अन्य नियमों में ढील देने का निफ्टी बैंक पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। इंडेक्स ने सप्ताह का अंत बिल्कुल सपाट तरीके से किया। असित सी मेहता इनवेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के ऋषिकेश येदवे का कहना है कि निफ्टी बैंक ने डेली चार्ट पर एक रेड कैंडिल बनाई है, जो 48,660 अंक के पास एक मजबूत रेजिस्टेंस का संकेत देती है और उस स्तर से ऊपर लगातार मूव 49,000 की ओर नए कदम बढ़ा सकता है। डाउनसाइड पर 47,840 एक मजबूत सपोर्ट है।
शुक्रवार को इन स्टॉक्स में देखी गई फ्रेश लॉन्ग पोजीशन
शुक्रवार को इन स्टॉक्स में देखी गई फ्रेश शॉर्ट पोजीशन
इन शेयरों में दिखी शॉर्ट पोजीशन
सोमवार के कारोबारी सत्र से पहले इन शेयरों पर रखें नजर
IREDA: भारतीय रिजर्व बैंक ने 7 मार्च को नेपाल में 900 मेगावाट अपर करनाली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के डेवलपमेंट और इंप्लीमेंटेशन के लिए इक्विटी निवेश को लेकर कंपनी के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया है। कंपनी इस बारे में फिर से RBI को अप्रोच करेगी।
जेनसोल इंजीनियरिंग: प्रमोटर्स ने कंपनी में अपनी कुल इक्विटी का 2.37% या 9 लाख शेयर बेचे हैं ताकि लिक्विडिटी को अनलॉक किया जा सके और इसे कारोबार में फिर से लगाया जा सके। कंपनी का बोर्ड 13 मार्च को QIP और अन्य तरीकों से फंड जुटाने और स्टॉक स्प्लिट पर विचार करने के लिए भी बैठक करेगा।
इंडसइंड बैंक: RBI ने 23 मार्च, 2026 तक एक साल के लिए MD और CEO के रूप में सुमंत कठपालिया की फिर से नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। बैंक के बोर्ड ने तीन साल की अवधि के लिए उनकी फिर से नियुक्ति को मंजूरी दी थी।
बोडल केमिकल्स: भारत सरकार ने चीन और जापान से इंपोर्ट या इन्हें एक्सपोर्ट किए जाने वाले, सीमा शुल्क अधिनियम, 1975 के पहले शिड्यूल के टैरिफ मद 2933 69 10 या 2933 69 90 के अंतर्गत आने वाले ट्राइक्लोरो आइसोसायन्यूरिक एसिड के इंपोर्ट पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की सिफारिश की है। बोडल केमिकल्स खंभात में अपनी यूनिट 11 में टीसीएए प्रोड्यूस करती है। अब तक, बोडल केमिकल्स भारत में टीसीएए प्रोडक्ट्स की एकमात्र प्रोड्यूसर है। एंटी डंपिंग ड्यूटी 7 मार्च से शुरू होकर 5 साल तक प्रभावी रहेगी।
एलेम्बिक फार्मा: USFDA ने 3-7 मार्च, 2025 के बीच वडोदरा स्थित कंपनी की बायोइक्विवेलेंस फैसिलिटी का निरीक्षण किया। USFDA ने एक प्रोसीजरल ऑब्जर्वेशन के साथ फॉर्म 483 जारी किया है।
ल्यूपिन: कंपनी ने अमेरिका में रिवरोक्सैबन टैबलेट लॉन्च की है। इसका इस्तेमाल कोरोनरी आर्टरी डिसीज वाले मरीजों में प्रमुख कार्डियोवास्कुलर घटनाओं के जोखिम को कम करने के लिए किया जाता है।
NMDC: 17 मार्च को कंपनी वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतरिम डिविडेंड पर विचार करेगी।
IRB Infra: फरवरी में टोल कलेक्शन 14.4% बढ़कर ₹528.7 करोड़ हो गया।
टाटा पावर: आर्म टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी ने 7,000 मेगावाट तक के रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार के साथ MoU साइन किया है। इन प्रोजेक्ट्स में अनुमानित निवेश लगभग ₹49,000 करोड़ है।
रेलटेल: उत्तर रेलवे से कंपनी को ₹28.29 करोड़ का वर्क ऑर्डर मिला है।
HCL Infosystems: शिव नादर ने HCL कॉर्प और वामा दिल्ली में 47% शेयरहोल्डिंग अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को गिफ्ट में दे दी है।
