अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व बनाने के लिए एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर दिए हैं। इससे एक दिन पहले बुधवार को उनकी क्रिप्टो इंडस्ट्री के एग्जेक्यूटिव्स के साथ व्हाइट हाउस के साथ बैठक हुई थी। अमेरिकी सरकार के एआई और क्रिप्टो जार डेविड सैक्स (David Sacks) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व नाम Twitter) पर कहा कि इस रिजर्व में सरकार के पास जो बिटकॉइन हैं, उन्हें डाला जाएगा। सरकार को ये बिटकॉइन आपराधिक या नागरिक संपत्ति जब्ती प्रक्रिया के हिस्से के रूप में मिले हैं।
Crypto Reserve में BitCoin के अलावा और कौन-सी करेंसीज?
शुक्रवार को व्हाइट हाउस में क्रिप्टो सम्मेलन में उपस्थित होने वाले लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप औपचारिक तौर पर अपनी योजना का खुलासा करेंगे। इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि क्रिप्टो रिजर्व में पांच प्रकार के डिजिटल एसेट्स हो सकते हैं। इसमें मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो बिटकॉइन (Bitcoin के अलावा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एथर (Ether), एक्सआरपी (XRP), सोलाना (Solana) और कार्डानो (Cardano) होगा।
ट्रंप का सपोर्ट बन रहा हितों के टकराव का मामला!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो रिजर्व से जुड़े एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन तो कर दिए हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह कैसे काम करेगा और इससे टैक्सपेयर्स को कैसे फायदा मिलेगा। ट्रंप की क्रिप्टो मुहिम को सपोर्ट करने के लिए पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में इंडस्ट्री ने रिपब्लिकंस पर लाखों डॉलर खर्च किए थे। क्रिप्टो समर्थकों का मानना है कि क्रिप्टो रिजर्व से इसकी कीमतों में तेजी से टैक्सपेयर्स को फायदा मिलेगा। हालांकि एक दिलचस्प बात ये है कि ट्रंप का क्रिप्टो इंडस्ट्री को सपोर्ट हितों के टकराव का मामला बन रहा है क्योंकि उनके परिवार ने मेमेकॉइन लॉन्च किए हैं और राष्ट्रपति की खुद की एक क्रिप्टो प्लेटफॉर्म वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल में हिस्सेदारी है। हालांकि उनके सहायक का कहना है कि ट्रंप के पास फिलहाल उनके कारोबार की कमान नहीं है।
