2025 में चांदी (सिल्वर) निवेशकों के लिए बेहतरीन मौका साबित हो सकता है। बीते साल 2024 में सिल्वर की कीमतों में 15% का इजाफा हुआ था और 2025 की शुरुआत से अब तक यह 11% और बढ़ चुकी है। Emkay Wealth Management की रिपोर्ट के मुताबिक, कई आर्थिक और भू-राजनीतिक कारणों से चांदी की मांग बढ़ रही है, जिससे इसकी कीमतों में और उछाल आने की संभावना है।
आगे भी कीमतें बढ़ने की उम्मीद
Emkay Wealth का कहना है कि 2025 में अमेरिकी ब्याज दरें धीरे-धीरे घटने की उम्मीद है, जिससे निवेशकों का झुकाव सुरक्षित संपत्तियों (safe-haven assets) जैसे कि चांदी की ओर बढ़ेगा। इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन की नीतियों और वैश्विक तनावों की वजह से भी चांदी की मांग बढ़ सकती है।
मांग और सप्लाई का समीकरण
बीते चार सालों से सिल्वर की सप्लाई की तुलना में मांग ज्यादा रही है। 2024 में सिल्वर की कुल सप्लाई 1,004 मिलियन औंस रहने का अनुमान है, जबकि मांग 1,219 मिलियन औंस तक पहुंच सकती है। खास बात यह है कि 60% से ज्यादा सिल्वर का इस्तेमाल इंडस्ट्री में होता है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस, सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर शामिल हैं। ग्रीन एनर्जी टेक्नोलॉजी के बढ़ने से भी चांदी की मांग बनी रहेगी और इसकी कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी।
तकनीकी विश्लेषण: कीमतें और बढ़ सकती हैं
तकनीकी रूप से भी सिल्वर मजबूत स्थिति में है। फिलहाल इसकी कीमत $33 के अहम स्तर को पार करने की कोशिश कर रही है। अगर यह स्तर टूटता है, तो आने वाले 12-18 महीनों में सिल्वर $36.60, $38.70 और $39.30 तक जा सकता है।
एक और दिलचस्प पहलू गोल्ड-सिल्वर रेशियो है, जो फिलहाल 90 के आसपास है। इसका मतलब है कि सिल्वर अभी गोल्ड के मुकाबले सस्ता है। इतिहास बताता है कि यह अनुपात आमतौर पर 50 से 70 के बीच वापस आ जाता है, जिससे सिल्वर की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है।
