Tariff War: अमेरिका में दोबारा सत्ता में आने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वार शुरू कर दी है। सीएनबीसी-टीवी18 को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि अमेरिका चाहता है कि भारत और अमेरिका के बीच जिन भी चीजों का लेन-देन होता है, उसमें से एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स को छोड़ बाकी सभी पर टैरिफ शून्य कर दिया जाए यानी कि कोई भी शुल्क न लगाया जाए। इस मामले में दोनों देशों के अधिकारी बातचीत कर रहे हैं। कॉमर्स मिनिस्टर ने भी इस मामले में अमेरिका से बातचीत की है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अमेरिका 2 अप्रैल से लगने वाले रेसिप्रोकल यानी जैसे को तैसा टैरिफ से भारत को छूट देने के मूड में नहीं है।
ऑटोमेकर्स को मिली है राहत
अमेरिका ने कुछ खास प्रावधानों का पालन करने वाले ऑटोमेकर्स को एक महीने के लिए टैरिफ से राहत दे दी है। बता दें कि कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी का टैरिफ 4 मार्च को ही लागू हो चुका है, इसी टैरिफ से ऑटोमेकर्स को राहत मिली है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि स्थिति में सुधार तो हुआ है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
गहरा चुका है Tariff War
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन पर टैरिफ थोपा तो इन देशों ने भी जवाब में शुल्क लगाने का ऐलान कर दिया। टैरिफ की इस लड़ाई से भारत भी अछूता नहीं है और अगले महीने से इसके दायरे में आ सकता है। अब सामने आ रहा है कि अमेरिका की कोशिश भारत के साथ लेन-देने होने वाले सभी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ जीरो करने की है और सिर्फ एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स पर ही जीरो टैरिफ नहीं होगा।
