कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (L&T) अपनी महिला कर्मचारियों को हर महीने एक दिन का पीरियड लीव देने की घोषणा की है। कंपनी के चेयरमैन SN सुब्रह्मण्यन ने 8 मार्च के महिला दिवस से पहले ये फैसला लिया है।
इस फैसले से कंपनी की 5400 से ज्यादा महिला कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। कंपनी में कुल 60,000 कर्मचारी हैं, इसमें करीब 9% एम्प्लॉइज महिला हैं। इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में L&T ऐसा करने वाली पहली कंपनी है।
सुप्रीम कोर्ट दे चुका नीति बनाने निर्देश
8 जुलाई 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने पीरियड लीव की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई में केंद्र को नीति बनाने के निर्देश दे चुका है। तब कोर्ट ने कहा था कि हमारी तरफ से महिलाओं को पीरियड लीव देने का फैसला महिलाओं के लिए हानिकारक होगा क्योंकि कंपनियां महिलाओं को नौकरी देने से बचेंगीं।

ओडिशा में महिला कर्मचारियों को 12 पीरियड लीव 15 अगस्त 2024 को ओडिशा सरकार ने राज्य की महिला कर्मचारियों हर महीने एक पीरियड लीव देने की घोषणा की थी। नए प्रावधान में महिला कर्मचारियों को साल में 12 दिनों की अतिरिक्त कैजुअल लीव दी है। ये मौजूदा 10 दिनों की सीएल और 5 दिनों की स्पेशल सीएल से अलग हैं।
75% महिला कर्मचारियों को नहीं मिलती पीरियड लीव
नौकरी डॉट कॉम की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब 75% फीमेल एम्प्लॉइज को उनकी कंपनियां पीरियड लीव नहीं देती हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि देश की करीब 34% महिला कर्मचारी पीरियड लीव को अपनी पहली प्राथमिकता मानती हैं। देश में 50 से ज्यादा शहरों की 70,000 फीमेल एम्प्लॉइज पर ये सर्वे किया गया था।
कर्मचारियों को 90 घंटे काम करने की सलाह दे चुके SN सुब्रह्मण्यन
11 जनवरी को SN सुब्रह्मण्यन ने अपने एम्प्लॉइज के साथ L&T की इंटरनल मीटिंग में ऑनलाइन बातचीत के दौरान एक हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह दी थी।उन्होंने कहा था कि अगर संभव हुआ तो कंपनी आपसे रविवार को भी काम करवाएगी। सुब्रह्मण्यन ने बातचीत के दौरान कर्मचारियों के सवालों के जवाब भी दिए और सवाल भी किए थे।
जब उनसे पूछा गया कि बिलियन डॉलर वाली ये कंपनी अपने एम्प्लॉइज को शनिवार को भी क्यों बुलाती है। इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि मुझे खेद है कि मैं आपको रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं। अगर मैं आपको रविवार को भी काम करवा पाऊं, तो मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि मैं रविवार को काम करता हूं।’
