वैश्विक बाजार पूंजीकरण (एमकैप) में भारत की हिस्सेदारी करीब दो साल में पहली बार 3 फीसदी से नीचे चली गई है। 3 मार्च को भारत का बाजार पूंजीकरण 3.75 लाख करोड़ डॉलर था जो वैश्विक बाजारों के संयुक्त पूंजीकरण का 2.99 फीसदी बैठता है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से मिली।
19 अप्रैल 2023 के बाद से वैश्विक एमकैप में यह भारत का सबसे कम हिस्सा है। यह 4 अगस्त 2024 को करीब 4.4 फीसदी के सर्वोच्च स्तर पर था। इस गिरावट की वजह चीन के बाजारों में सुधार और भारत के बाजार पूंजीकरण में एक लाख करोड़ डॉलर से भारी भरकम गिरावट है।
भारत का वैश्विक बाजार पूंजीकरण में मौजूदा हिस्सा 2018 के बाद से उसके लंबी अवधि के औसत 2.99 फीसदी के मुताबिक ही है। 27 सितंबर के बाद से एमएससीआई इंडिया इंडेक्स 18 फीसदी नीचे है जबकि एमएससीआई वर्ल्ड इंडेक्स कमोबेश अपरिवर्तित रहा है।
समी मोडक
