बुधवार को बीएसई पर इंट्राडे ट्रेडिंग में कोफोर्ज के शेयरों में 11.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसे अमेरिकी ट्रैवल और टेक्नोलजी कंपनी साब्रे के साथ रिकॉर्ड 1.56 अरब डॉलर के सौदे से मदद मिली। मझोली आईटी सेवा कंपनी के शेयर में इंट्राडे में यह सबसे अधिक बढ़ोतरी में से एक है और उस दिन यह बढ़त हुई है जब बीएसई के आईटी सूचकांक में भी 2 फीसदी का इजाफा हुआ।
कोफोर्ज के शेयर सुबह 7,474 रुपये पर खुले और 8,007.35 रुपये के उच्चतम स्तर को छूने के बाद 8.4 फीसदी की बढ़त के साथ 7,811 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। हालांकि, इस साल कंपनी के शेयरों में 19.2 फीसदी की गिरावट आई है।
1.56 बिलियन डॉलर का यह सौदा कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा सौदा है। एवरेस्ट ग्रुप के मुख्य कार्यकारी पीटर बेंडोर सैमुअल ने कहा, कोफोर्ज का साब्रे के साथ पुराना रिश्ता है और यह पहले से ही उसके सबसे बड़े सेवा प्रदाताओं में से एक है। इसलिए यह उनके रिश्ते में निरंतरता है। 13 साल वाले इस सौदे से अगले वित्त वर्ष से सालाना 12 करोड़ डॉलर की आय होने की उम्मीद है और इससे ट्रैवल कारोबार में कंपनी की स्थिति मजबूत होगी।
इस सौदे के साथ ही कोफोर्ज ने दो अधिग्रहणों की भी घोषणा की है। वह 3 करोड़ डॉलर में यूएस क्लाउड इंजीनियरिंग कंपनी रिदम्स और लगभग 1.3 करोड़ डॉलर में ऑस्ट्रेलियाई कंपनी टीएम लैब्स प्राइवेट को खरीदेगी। कंपनी ने शेयर विभाजन को भी मंजूरी दी है जो उसके इतिहास में पहली बार है। इसके तहत 10 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयरों को 2 रुपये वाले पांच शेयरों में विभाजित किया जाएगा।
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