Share Market Rally: भारतीय शेयर बाजार ने 10 दिनों की गिरावट के बाद आज 5 मार्च को जबरदस्त छलांग लगाई। निवेशकों की निचले स्तर पर खरीदारी और एशियाई बाजारों में मजबूती के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में 1% से अधिक की शानदार तेजी देखने को मिली। दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स 828 अंक बढ़कर 73,817.93 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 280 अंकों की उड़ान भरकर 22,363.45 पर कारोबार कर रहा था। इसके चलते बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू करीब 7 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। सेंसेक्स पर टाटा स्टील, M&M, HCL टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, NTPC, इंफोसिस,TCS और भारती एयरटेल जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई।
मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया कि शेयर बाजार की इस तेजी के पीछे 5 प्रमुख कारण रहे-
1. अमेरिका से टैरिफ राहत के संकेत
शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे सबसे अहम कारण अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक के बयान को माना जा रहा है। लुटनिक ने संकेत दिए हैं कि ट्रंप प्रशासन जल्द ही मैक्सिको और कनाडा पर लगाए गए टैरिफ को कुछ कम कर सकता है। इस घोषणा से ग्लोबल व्यापार में अस्थिरता कम होने की उम्मीद बढ़ी है, जिससे बाजार को सहारा मिला। लुटकिन ने कहा कि टैरिफ को कुछ मानकों के आधार पर एडजस्ट किया जा सकता है, जिसके चलते ट्रेड को जारी बातचीत फ्लैक्सिबल बनी रहेगी।
2. एशियाई शेयर बाजारों में मजबूती
एशियाई शेयर बाजारों से मिले अच्छे संकेतों से भी भारतीय बाजार में आज तेजी को सपोर्ट मिली। चीन के नई इनसेंटिव योजनाओं के ऐलान के बाद हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स में 2% की तेजी देखी गई। जापान के निक्केई इंडेक्स में भी मजबूती देखने को मिली, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा।
3. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में जोरदार खरीदारी
हालिया तेज गिरावट के बाद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आज निचले स्तर पर जोरदार खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स शुरुआती कारोबार में लगभग 2% तक बढ़ गए। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया कि हालिया तेज गिरावट के बाद इस सेगमेंट के कई शेयर आकर्षक वैल्यूएशन पर पहुंच गए हैं, जिससे वैल्यू निवेशकों को खरीदारी का अवसर मिला।
एंजल वन के एनालिस्ट्स राजेश भोसले ने रॉयटर्स को बताया, “हाल ही में हुई बिकवाली ने कई सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया और बाजार ओवरसोल्ड जोन में चला गया। इसने निचले स्तर पर खरीदारी के मौके पैदा किए हैं, जिससे शॉर्ट-टर्म में एक रिकवरी का माहौल तैयार हुआ है।” हालांकि, उन्होंने साथ ही में यह भी चेतावनी दी कि ग्लोबल ट्रेड से जुड़ी अनिश्चितताएं निकट भविष्य में निवेशकों को परेशान कर सकती है।
4. ब्लू-चिप स्टॉक्स में वैल्यू बाइंग
टाटा स्टील, अदानी पोर्ट्स और टीसीएस सहित लार्ज-कैप शेयरों में मजबूत खरीदारी देखी गई, जो 4 प्रतिशत तक बढ़ गए। निवेशकों ने हालिया करेक्शन के बाद इन लार्जैकप कंपनियों के शेयरों में खरीदारी की। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया कि हालिया करेक्शन के बाद कई हाई क्वालिटी वाले शेयर तुलनात्मक रूप से सस्ते हो गए हैं, जिससे निवेशकों को निचले स्तरों पर शेयर खरीदने के लिए मोटिवेट किया है।
मार्केट स्ट्रैटजिस्ट विशाल वकील ने कहा, “कनाडा, मैक्सिको और चीन पर ट्रंप के टैरिफ ऐलानों के बाद ग्लोबल स्तर पर बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी। हालांकि इसके बावजूद भारतीय बाजार में एशिया के दूसरे बाजारो की तुलना में गिरावट कम रही। पिछले कुछ दिनों में भारी बिकवाली झेलने वाले स्मॉल-कैप शेयरों में तेज रिकवरी देखने को मिली, जबकि मिड-कैप शेयरों में मामूली बढ़त देखी गई।”
5. अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी से भारतीय निर्यातकों को फायदा
अमेरिका ने चीन, मैक्सिको और कनाडा पर उच्च टैरिफ लगाने से भारतीय निर्यातकों को लाभ मिलने की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय निर्यातक कृषि, इंजीनियरिंग, मशीन टूल्स, कपड़ा, रसायन और चमड़ा जैसे क्षेत्रों में अमेरिका को अधिक निर्यात कर सकते हैं।
अमेरिका ने चीन, मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ को काफी ऊंचा कर दिया है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है इससे भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में अपने शिपमेंट बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी चीनी वस्तुओं पर काफी टैरिफ लगाया था और तब भारत इसका चौथा सबसे बड़ा लाभार्थी बना था। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) के डेजिगनेट-प्रेसिडेंट, एस सी रल्हन ने बताया, “इस टैरिफ से एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, मशीन टूल्स, अपैरल, टेक्सटाइल्स, केमिकल्स और चमड़ा जैसे सेक्टर में मौजूद भारतीय एक्सपोर्टरों को मदद मिल सकती है।”
क्या शेयर बाजार में यह तेजी बनी रहेगी?
हालांकि, मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि इस रिकवरी का टिकाऊ होना अभी निश्चित नहीं है। कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड, श्रीकांत चौहान ने कहा कि निफ्टी 22,000 और सेंसेक्स 72,800 के आसपास मजबूत सपोर्ट जोन में हैं। अगर बाजार 21,800/72,300 के स्तर से उछाल लेता है, तो हालिया गिरावट के बाद एक मजबूत रिवर्सल संभव हो सकता है। लेकिन अगर ये स्तर टूटते हैं, तो बाजार 21,500/71,500 के निचले स्तर तक जा सकता है।
उन्होंने निवेशकों चुनिंदा मजबूत स्टॉक्स में निवेश और गिरावट पर अधिक खरीदारी की सलाह दी। उन्होंने कहा कि निफ्टी के लिए अगला रेजिस्टेंस स्तर 22,200/73,400 और 22,500/74,300 होंगे, जिन पर बाजार की आगे की चाल निर्भर करेगी।
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