भारत-अमेरिका व्यापार पर असर
भारत के एक्सपोर्ट-इंपोर्ट (EXIM) डेटा के मुताबिक, 2023-24 में भारत ने अमेरिका को 77.52 अरब डॉलर का सामान बेचा, जबकि अमेरिका से 42.20 अरब डॉलर का सामान इंपोर्ट किया। भारत से अमेरिका को सबसे ज्यादा हीरे और सोने के गहने भेजे जाते हैं। इसके अलावा मेडिकल उपकरण, पेट्रोलियम, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, केमिकल और कृषि उत्पाद भी प्रमुख एक्सपोर्ट हैं। अमेरिका के नए रुख को देखते हुए कुछ भारतीय सेक्टर्स प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में किन कंपनियों पर पड़ेगा असर? आइए जानते हैं टेक्निकल चार्ट के जरिए
मारुति सुजुकी
मौजूदा कीमत: ₹11,652
संभावित अपसाइड: 11.6%
संभावित गिरावट: 7.3%
सपोर्ट लेवल: ₹11,700, ₹11,350, ₹11,125
रेजिस्टेंस(Resistance): ₹11,970, ₹12,125, ₹12,500
मारुति का शेयर लॉन्ग टर्म (लंबे समय) के लिए अच्छा दिख रहा है, लेकिन शॉर्ट टर्म के लिए कुछ कमजोरी दिख रही है। अगर यह ₹11,225 से ऊपर बना रहता है, तो ₹13,000 तक जा सकता है। लेकिन अगर यह ₹11,700 और ₹11,350 से नीचे गिरता है, तो ₹10,800 तक फिसल सकता है।
टाइटन (Titan)
मौजूदा कीमत: ₹3,067
संभावित अपसाइड: 10.9%
संभावित गिरावट: 10.5%
सपोर्ट लेवल: ₹3,022, ₹2,935, ₹2,819
रेजिस्टेंस: ₹3,235, ₹3,315
टाइटन का शेयर अभी कमजोर दिख रहा है, लेकिन ₹3,022 के पास इसे सपोर्ट मिल सकता है। अगर शेयर ऊपर बढ़ा तो ₹3,400 तक जा सकता है, लेकिन अगर ₹3,022 से नीचे गया तो ₹2,745 तक गिर सकता है।
पीसी ज्वैलर (PC Jeweller)
मौजूदा कीमत: ₹11.70
संभावित अपसाइड: 13.7%
संभावित गिरावट: 26.9%
सपोर्ट लेवल: ₹11.03, ₹10.50, ₹9.40
रेजिस्टेंस: ₹12.17, ₹12.70
यह स्टॉक अभी ₹11.03 के ऊपर बना हुआ है। अगर यह ₹12.70 से ऊपर निकलता है, तो ₹13.30 तक जा सकता है। लेकिन अगर ₹11.03 का स्तर टूट गया, तो यह ₹8.55 तक गिर सकता है।
डॉ. रेड्डीज लैब्स (Dr. Reddy’s Labs)
मौजूदा कीमत: ₹1,122
संभावित गिरावट: 9.1%
सपोर्ट लेवल: ₹1,100, ₹1,040
रेजिस्टेंस: ₹1,175
यह शेयर आने वाले समय में ₹1,020 तक गिर सकता है, लेकिन अगर इसमें उछाल आती है, तो ₹1,175 तक जा सकता है।
सन फार्मा (Sun Pharma)
मौजूदा कीमत: ₹1,562
संभावित गिरावट: 9.7%
सपोर्ट लेवल: ₹1,529, ₹1,435
रुकावट: ₹1,700
सन फार्मा का स्टॉक ₹1,529 के पास सपोर्ट ले सकता है, लेकिन अगर यह नीचे जाता है, तो ₹1,410 तक गिर सकता है। जब तक यह ₹1,700 से नीचे है, तब तक इसका ट्रेंड कमजोर रहेगा।
कुल मिलाकर, अमेरिका के नए टैक्स (ड्यूटी) से भारतीय कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ सकता है। खासकर ऑटोमोबाइल, ज्वैलरी, फार्मा और पेट्रोकेमिकल कंपनियों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
