Suzlon Energy Shares: शेयर बाजार में जारी गिरावट के बीच सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में आज 4 मार्च को तेजी देखने को मिली। दिन के कारोबार में कंपनी के शेयर 2 फीसदी से उछल गए। यह तेजी इस खबर के बाद आई कि कंपनी को जिंदल ग्रीन विंड 1 प्राइवेट लिमिटेड से 204.75 मेगावाट का तीसरा ऑर्डर मिला है। सुजलॉन एनर्जी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी। जिंदल ग्रीन विंड 1 प्राइवेट लिमिटेड, जिंदल रिन्यूएबल की सहायक कंपनी है।
इस तीसरे ऑर्डर के साथ ही यह सुजलॉन के लिए अब तक का सबसे बड़ा कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल (C&I) ऑर्डर बन गया है, जिसकी कुल क्षमता 907.2 मेगावाट है। सुजलॉन एनर्जी को इससे पहले JSPL के छत्तीसगढ़ और ओडिशा स्थित प्लांट्स को 702.45 मेगावाट विंड एनर्जी के जरिए बिजली मुहैया कराने के लिए 2 ऑर्डर दिए गए थे।
सुजलॉन एनर्जी के कुल ऑर्डर बुक में अब कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल कस्टमर्स की हिस्सेदारी 59 फीसदी पर पहुंच गई है। साथ ही सुजलॉन एनर्जी का ऑर्डर बुक भी 5.9 गीगावाट के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है।
नए ऑर्डर के लिए, सुजलॉन 65 आधुनिक S144 विंड टर्बाइन जनरेटर (WTG) की सप्लाई करेगा, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 3.15 मेगावाट होगी। इसके साथ ही हाइब्रिड लैटिस टावर्स (HLT) की सप्लाई की जाएगी।
कंपनी ने बयान में कहा कि इस विंड टर्बाइन जनरेटर से बनने वाली बिजली का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ और ओडिशा में स्थित स्टील प्लांट में कैप्टिव खपत के लिए किया जाएगा, जिससे उनकी कामकाज में स्थिरता बढ़ेगी। साथ ही देश के ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों को भी पूरा करने में मदद मिलेगी। कंपनी के चीफ फाइनेंस ऑफिसर, हिमांशु मोदी ने हाल ही में कहा था कि कंपनी अगले 18 महीनों में 5.5 गीगावाट के ऑर्डर बुक को पूरा करेगी।
इस बीच सुजलॉन एनर्जी के शेयर सोमवार 3 मार्च को 0.6 फीसदी गिरकर 50 रुपये के नीचे फिसल गए। शेयर 49.43 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस शेयर का 52-वीक हाई 86 रुपये है, जहां से इसमें करीब 43 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। सिर्फ 2025 में अब तक यह शेयर करीब 25 फीसदी टूट चुका है।
