एडलवाइज म्यूचुअल फंड की सीईओ राधिका गुप्ता ने स्टॉक मार्केट की तुलना फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से की है। उन्होंने कहा कि निफ्टी शाहरुख खान की तरह है, क्योंकि खान को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। लेकिन, ज्यादातर समय उनका प्रदर्शन शानदार रहा। बीते 5 महीनों से स्टॉक मार्केट में गिरावट जारी है। इससे इनवेस्टर्स को काफी लॉस उठाना पड़ा है। खासकर उन इनवेस्टर्स की हालत ज्यादा पतली है, जिन्होंने अब तक मार्केट में बड़ी गिरावट नहीं देखी थी।
लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करने की सलाह
Radhika Gupta ने कहा कि करेक्शन के बीच इनवेस्टर्स मार्केट्स से दूरी बनाए हुए हैं। खासकर वे मिडकैप (Midcap) और स्मॉलकैप (Smallcap) स्टॉक्स को लेकर सावधानी बरत रहे हैं। उन्होंने कहा, “तूफान अपनी स्ट्रेटेजी में बदलाव करने का सही समय नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि इनवेस्टर्स को शॉर्ट टर्म में गिरावट पर आंसू बहाने के बजाय लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करना चाहिए। 28 फरवरी को Groww के एक कार्यकर्म में गुप्ता ने महिला निवेशकों के एक समूह को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का फोकस फाइनेंशियल लिट्रेसी और अवेयरनेस पर था।
यह मार्केट क्रैश नहीं बल्कि करेक्शन है
एडेलवाइज प्रमुख ने ऐसे वक्त इनवेस्टमेंट के बारे में कई अहम बताई, जब मार्केट में बड़ी गिरावट जारी है। मार्केट में गिरावट पिछले साल सितंबर के आखिर में शुरू हुई थी। इससे पहले मार्केट के प्रमुख सूचकांक ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए थे। गुप्ता ने कहा कि मार्केट ऑल-टाइम हाई से नीचे आया है। इसलिए इसे क्रैश की जगह करेक्शन के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने महिला निवेशकों को कई अहम बातें बताईं।
एसेट ऐलोकेशन सही रखने की जरूरत
गुप्ता ने कहा कि वुमेन इनवेस्टर्स को घबराहट में फैसले लेने से बचना चाहिए। उन्हें उन मौकों पर फोकस करना चाहिए जो इस गिरावट की वजह से बने हैं। मार्केट में गिरावट के दौरान सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) को जारी रखना बहुत जरूरी है। गिरावट आने पर SIP को रोकने से लंबी अवधि के रिटर्न पर काफी खराब असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा, “अगर आप अपने पैसे की चिंता को लेकर रात को ठीक तरह से सो नहीं पा रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपका एसेट ऐलोकेशन सही नहीं है।” उन्होंने कहा कि इनवेस्टर्स का पोर्टफोलियो बैलेंस्ड और अच्छी तरह से डायवर्सिफायड होना चाहिए।
महिलाओं को अब निवेश के रास्ते पर बढ़ना चाहिए
महिलाओं को इनवेस्टमेंट में बड़ी भूमिका निभाने की सलाह देते हुए गुप्ता ने कहा कि महिलाएं अपने घरों की सीएफओ हैं और वे काफी सेविंग्स करती हैं। अब उन्हें सेविंग्स से इनवेस्टमेंट की तरफ बढ़ना चाहिए। उन्होंने फाइनेंशियल गोल्ड ईटीएफ, डिजिटल गोल्ड और इस तरह के दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश की सलाह महिलाओं को दी।
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