BitCoin News: क्रिप्टो मार्केट में कोहराम मचा हुआ है। मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन टूटकर 89 हजार डॉलर के नीचे आ गया। क्वॉइनमार्केटकैप पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल बिटक्वॉइन 7.47 फीसदी की गिरावट के साथ 88,919.75 डॉलर के भाव पर है। बिकवाली के दबाव में यह आज 96,158.85 डॉलर के हाई से फिसलकर 88,273.30 डॉलर तक आया था यानी कि इसके भाव में 8 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। यह लेवल इससे पहले पिछले साल नवंबर 2024 के मध्य के आस-पास दिखा था, जब अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की जीत के बाद बिटक्वॉइन की चमक तेजी से बढ़ रही थी और यह ऊपर चढ़ रहा था। 20 जनवरी 2025 को यह 1,09,114.88 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था।
Ehereum की हालत और भी खराब
बिटक्वॉइन 8 फीसदी से अधिक टूटकर 89 हजार डॉलर के भी नीचे आ गया लेकिन एथेरियम (Ehereum) की हालत तो और बुरी है। मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एथेरियम फिलहाल 11.58 फीसदी की गिरावट के साथ 2,392.33 डॉलर के भाव पर है जबकि इंट्रा-डे में तो यह 2,326.63 डॉलर तक आ गया था।
आखिर क्यों आई BitCoin में यह तेज गिरावट?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो से जुड़े नियमों में ढील देने और क्रिप्टो रिजर्व बनाने का वादा किया था जिसके चलते उनकी जीत से क्रिप्टो मार्केट काफी उत्साहित था। हालांकि अब अमेरिका के तीन राज्यों- मोंटाना, नॉर्थ डकोटा और व्योमिंग में बिटक्वॉइन रिजर्व से जुड़े राज्य स्तरीय प्रस्ताव फेल हो गए तो क्रिप्टो मार्केट को शॉक लगा। इसके अलावा नास्डाक के टेक स्टॉक्स की लगातार गिरावट और जापान की करेंसी येन की मजबूती ने भी क्रिप्टो मार्केट में झटका दिया है। जापान की करेंसी इसलिए मजबूत हो रही है क्योंकि इस बात की संभावना जताई जा रही है कि बैंक ऑफ जापान दरों में बढ़ोतरी कर सकती है। इसके चलते छह हफ्ते में येन करीब 6 फीसदी मजबूत हुआ है। इससे पहले पिछले साल जुलाई में जब येन ब्याज दरों में बढ़ोतरी के चलते ऊपर चढ़ा था तो बिटक्वॉइन कुछ ही दिनों में 65 हजार डॉलर से 50 हजार डॉलर तक आ गया था।
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