Mutual Funds top buying and selling: म्यूचुअल फंड की तरफ निवेशक कितनी तेज आकर्षित हो रहे हैं, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि पिछले दस साल में भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 5 गुना से अधिक बढ़ा है। जनवरी 2015 में यह 11.81 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर जनवरी 2025 में यह 67.25 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है। औसतन बात करें तो यह आंकड़ा 68.04 लाख करोड़ रुपये रहा। जनवरी 2025 के आखिरी में म्यूचुअल फंड के फोलियो की संख्या 22.92 करोड़ रही जिसमें से 18.22 करोड़ फोलियो इक्विटी, हाइब्रिड और सॉल्यूशन ओरिएंटेड स्कीम्स के रहे।
अब बात करतें हैं स्टॉक्स की तो जनवरी में म्यूचुअल फंड्स ने क्या खरीदा और क्या बेचा, इसकी जानकारी यहां दी जा रही है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इसे लेकर एक लिस्ट तैयार की है और यहां हर सेगमेंट यानी कि लॉर्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप में टॉप 5 खरीदारी और टॉप 5 बिक्री की डिटेल्स दी जा रही है।
Mutual Funds ने क्या खरीदा और क्या बेचा
लॉर्ज कैप
टॉप बाय- हिंदुस्तान जिंक, मैक्रोटेक डेवलपर्स, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, वरुण बेवरेजेज, एक्सिस बैंक
टॉप सेल- बजाज हाउसिंग फाइनेंस, अदाणी ग्रीन एनर्जी, हैवेल्स इंडिया, पॉलीकैब इंडिया, आईआरएफसी
टॉप बाय- इंद्रप्रस्थ गैस, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, गोदरेज प्रॉपर्टीज, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, यस बैंक
टॉप सेल- वारी एनर्जीज, टानला टेक्नोलॉजीज, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल), नेशनल एलुमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको)
टॉप बाय- ऑप्टिमस इंफ्राकॉम, सैन्को गोल्ड, वेलस्पन एंटरप्राइजेज, साउथ इंडियन बैंक, टानला प्लेटफॉर्म्स
टॉप सेल- आरती फार्मालैब्स, दिलीप बिल्डकॉन, एमओआईएल, पूनावाला फिनकॉर्प, सीडीएसएल
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। stock market news की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
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