Uncategorized

नई नीतियों और निवेश योजनाओं पर झूमे रक्षा कंपनियों के शेयर

राजेश कुमार सिंह ने घोषणा की कि मौजूदा रक्षा बजट 6.21 लाख करोड़ रुपये है। इसके 2025-26 में 9.5 फीसदी बढ़कर 6.81 लाख करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है। उन्होंने भारत के रक्षा बलों के आधुनिकीकरण के लिए अगले दशक में सालाना 30 अरब डॉलर खर्च करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कुल पूंजीगत खर्च में से 75 फीसदी घरेलू खरीद के लिए है जबकि 25 फीसदी निजी क्षेत्र के लिए है।

डीसीएक्स सिस्टम्स, जेन टेक्नोलॉजिज, डेटा पैटर्न्स (इंडिया), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स ऐंड इंजीनियर्स, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, तेजस नेटवर्क्स, एमटीएआर टेक्नोलॉजिज, भारत डायनेमिक्स और अस्त्र माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स बीएसई पर 4 से 11 फीसदी तक ऊपर थे। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.04 फीसदी नीचे बंद हुआ। इनमें से अधिकांश कंपनियों के ऑर्डर में सुस्ती की आशंकाओं के कारण उनके शेयरों में 52 सप्ताह के उच्च स्तर से 60 फीसदी तक की गिरावट आई है क्योंकि निविदाओं को अंतिम रूप देने में देरी हो रही है।

आम बजट 2025 रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसमें रक्षा मंत्रालय के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है, जो वित्त वर्ष 25 के मुकाबले 9.53 फीसदी ज्यादा है। इसमें सशस्त्र बलों के पूंजी बजट के तहत अच्छी-खासी 1.80 लाख करोड़ रुपये की राशि तय की गई है जिससे उद्योग को अहम प्रोत्साहन मिलेगा।

वित्त वर्ष 26 के लिए रक्षा पूंजी परिव्यय 1.8 लाख करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 25 के संशोधित अनुमान से 13 फीसदी अधिक) है। सरकार ने स्वीकार किया है कि अत्याधुनिक प्लेटफार्मों (लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, मिसाइल, युद्धपोत, पनडुब्बी, मानवरहित वाहन, ड्रोन, टैंक आदि) की आवश्यकता को देखते हुए रक्षा पूंजी परिव्यय को अच्छा-खासा बढ़ाने की जरूरत है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा कि 30 अरब डॉलर ( 2.5 लाख करोड़ रुपये) का सालाना पूंजीगत खर्च वित्त वर्ष 26 की तुलना में 40 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है।

वैयक्तिक शेयरों में, गार्डन रीच का शेयर बीएसई पर कारोबारी सत्र के दौरान 15 फीसदी बढ़कर 1,404.50 रुपये पर पहुंच गया। यह दिन के अंत में 10.59 फीसदी के इजाफे के साथ 1,351.80 रुपये पर बंद हुआ। सरकार के स्वामित्व वाली रक्षा कंपनी का शेयर 5 जुलाई, 2024 को छुए गए 52 सप्ताह के उच्च स्तर 2,834.60 रुपये से 57 फीसदी गिर गया था।

बुधवार को कारोबारी सत्र के दौरान 1,405.35 रुपये के 52 सप्ताह के निचले स्तर से 14 फीसदी उछलकर डेटा पैटर्न्स इंडिया के शेयर 1,602 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। 5 जुलाई, 2024 को 3,654.75 रुपये के 52 सप्ताह के उच्च स्तर से यह शेयर 62 फीसदी नीचे है। दिन के अंत में यह 8.51 फीसदी बढ़कर 1,544.85 रुपये पर बंद हुआ।

कंपनी ने कहा कि उसे वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में बड़ी तेजी की उम्मीद है और वित्त वर्ष 25 में 20 से 25 फीसदी राजस्व वृद्धि का भरोसा है। एबिटा मार्जिन मजबूत आय के दम पर 35 फीसदी से 40 फीसदी पर रहेगा। तीसरी तिमाही में राजस्व और ऑर्डर प्रवाह का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा निर्यात बाजार से संचालित था। जोरदार बोलियों की योजना के साथ कंपनी अगले 18 महीनों में 2,000 करोड़ रुपये से 3,000 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर पाने का लक्ष्य बना रही है।

Source link

जिनके किसी भी दवाई लगाने से दाद नही मिट रहे हो तो आज ही खुजलीन दवाई आर्डर करे, कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध। ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करे।
जिनके किसी भी दवाई लगाने से दाद नही मिट रहे हो तो आज ही खुजलीन दवाई आर्डर करे, कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध। ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करे।
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top