Stock Markets: भारतीय बाजार ने चौथे कारोबारी सत्र में भी गिरावट जारी रखी और 19 फरवरी को भारी उठापटक के बाद मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। निफ्टी 22,900 से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ऑटो, सेमीकंडक्टर और फार्मास्युटिकल आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा के बाद निवेशक सतर्क रहे। हालांकि,निवेशक आज रात जारी होने वाले FOMC मीटिंग के मिनट्स पर नज़र रखे हुए हैं। कारोबार बंद होने पर सेंसेक्स 28.21 अंक या 0.04 प्रतिशत गिरकर 75,939.18 पर और निफ्टी 12.40 अंक या 0.05 प्रतिशत गिरकर 22,932.90 पर बंद हुआ।
डॉ रेड्डीज लैब्स,टीसीएस,एचयूएल,इंफोसिस,अडानी एंटरप्राइजेज निफ्टी के टॉप लूजरों में रहे। जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स,हिंडाल्को, एलएंडटी, एक्सिस बैंक और आयशर मोटर्स आपके टॉप गेनर रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.3 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 2.4 प्रतिशत की बढ़त के साथ ब्रॉडर इंडेक्सों ने बेहतर प्रदर्शन किया। सेक्टोरल इंडेक्सों में आईटी इंडेक्स में 1.3 प्रतिशत और फार्मा इंडेक्स में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आई। जबकि मीडिया, एनर्जी, मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी और कैपिटल गुड्स में 1-2 प्रतिशत की बढ़त हुई।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि बाजार में आज रिकवरी के संकेत दिखे और पूरे कारोबारी सत्र के दौरान सीमित दायरे में कारोबार हुआ। टैरिफ से संबंधित व्यापार युद्ध की चिंताओं के कारण इसकी शुरुआत धीमी रही। हालांकि,निफ्टी 23,050 के स्तर के आसपास रजिस्टेंस का सामना करने से पहले ऊपर की ओर बढ़ा। कारोबारी सत्र के बाकी समय में बाजार तेजी और मंदी के बीच झूलता रहा। अंत में निफ्टी 12.40 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 22,932.90 पर बंद हुआ।
रियल्टी और मीडिया ने अच्छा प्रदर्शन किया,जबकि आईटी में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। उसके बाद गिरावट फार्मा का नंबर रहा। खास बात यह रही कि मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में तेज रिकवरी और निरंतर बढ़त रही। निफ्टी में कुछ भी नहीं बदला है क्योंकि यह 22,800 से 23,100 की अपनी तय रेंज के भीतर बना हुआ है, जो इस बात का संकेत है कि बाजार अपनी अगली दिशा तय करने के लिए ऊपर या नीचे किसी भी तरफ से ब्रेकआउट का इंतजार कर रहा है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी एक दायरे में ही रहा। इसी दायरे में उतार-चढ़ाव भी बरकरार है। निचले स्तर पर 22,800 का स्तर अहम सपोर्ट बना रहेगा। जब तक 22,800 का सपोर्ट टूट नहीं जाता, हमें बाजार में किसी बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है। 22,800 से नीचे की निर्णायक गिरावट एक बड़े करेक्शन को ट्रिगर कर सकती है। हालांकि,जब तक ऐसा नहीं होता तब तक बाजार सीमित दायरे में ही रहेगा। ऊपरी स्तर पर 23,000/23,150 निफ्टी के लिए रजिस्टेंस का काम कर सकता है। 23,150 से ऊपर का ब्रेकआउट बाजार में नई तेजी ला सकता है।
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