Market Mood: 19 फरवरी के वोलेटाइल कारोबारी सत्र में भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 28.21 अंक या 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 75,939.18 पर और निफ्टी 12.40 अंक या 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 22,932.90 पर बंद हुआ। हालांकि आईटी शेयरों में बिकवाली के कारण बाजार थोड़े निगटिव रुझान के साथ बंद हुए। लेकिन ब्रॉडर मार्केट में उम्मीद लौटती दिखी। हालिया बिकवाली के बाद मिड और और स्मॉल-कैप शेयरों में तेजी आई। एफआईआई की बढ़ती बिवाली रुपए में गिरावट और चल रहे टैरिफ युद्ध के कारण अनिश्चितता के बावजूद, बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम, मेटल जैसे हाल ही में पिटे सेक्टोरल शेयरों में खरीदारी आती दिखी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहा और यह लगभग सपाट बंद हुआ। इससे मौजूदा कंसोलीडेशन का चरण आगे बढ़ता नजर आया। शुरुआती गिरावट के बाद, निफ्टी ने शुरुआती घंटों में तेजी से रिकवरी की। लेकिन बाद में खरीद की कमी और चुनिंदा हैवीवेट शेयरों पर दबाव के कारण निफ्टी अपनी तेजी को बनाए रखने के लिए संघर्ष करता दिखा। बाकी कारोबारी सत्र में ये दायरे में रहा और अंत में सपाट बंद हुआ।
क्षेत्रवार रुझान मिले-जुले रहे,जिससे ट्रेडरों में उत्साह बना रहा। रियल्टी,मेटल और एनर्जी ने बेहतर प्रदर्शन किया। जबकि आईटी और फार्मा पिछड़ गए। आज के सत्र का मुख्य आकर्षण मिड और स्मॉलकैप में आया उछाल था। इनमें 1.5 फीसदी से 2.3 फीसदी के बीच की बढ़त हुई।
इंडेक्स में जारी अनिर्णय की स्थिति बाजार को परेशान कर रही है। यह वोलैटिलिटी गुरुवार को भी जारी रह सकती है। ऐसे में स्टॉक-स्पेसिफिक रणनीति अपनाएं। मजबूत सेक्टरों और थीम पर फोकस करे। विशेष रूप से बाजार में गिरावट के दौरान भी मजबूत बने रहने वाले सेक्टरों और थीम पर ध्यान केंद्रित करने और उनमें धीरे-धीरे खरीदारी करने की रणनीति अपनाएं। इसके अलावा ट्रेडरों को मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में एक दिन की तेजी को बहुत अधिक महत्व देने से बचना चाहिए और नए पोजीशन लेने से पहले रिकवरी के स्पष्ट संकेत की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी एक दायरे में ही रहा। इसी दायरे में उतार-चढ़ाव भी बरकरार है। निचले स्तर पर 22,800 का स्तर अहम सपोर्ट बना रहेगा। जब तक 22,800 का सपोर्ट टूट नहीं जाता, हमें बाजार में किसी बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है। 22,800 से नीचे की निर्णायक गिरावट एक बड़े करेक्शन को ट्रिगर कर सकती है। हालांकि,जब तक ऐसा नहीं होता तब तक बाजार सीमित दायरे में ही रहेगा। ऊपरी स्तर पर 23,000/23,150 निफ्टी के लिए रजिस्टेंस का काम कर सकता है। 23,150 से ऊपर का ब्रेकआउट बाजार में नई तेजी ला सकता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि निफ्टी ने मामूली गिरावट के साथ एक सीमित दायरे में कारोबार किया। चुनिंदा छोटे-मझोले शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। पीटे हुए शेयरों में बारगेन बाइंग आई। एफआईआई निवेश के रुख में बदलाव ने भी बाजार की स्थिति को प्रभावित किया। बाजार को तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी के मजबूत रहने की उम्मीद है। साथ ही सरकारी व्यय में बढ़त की उम्मीदों से भी बाजार को बल मिल रहा है। ऐसे में लार्ज कैप स्टॉक अपने उचित वैल्यूएशन चलते अधिक बेहतर रिस्क-रिवॉर्ड पेश कर रहे हैं।
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