Stock Dividend: डिफेन्स सेक्टर की दिग्गज पीएसयू कंपनी हर शेयर पर 25 रुपये का डिविडेंड दे रही है। यह कंपनी और कोई नहीं बल्कि इंडियन एयरफोर्स के लिए फाइटर प्लेन बनाने वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) है। ऐसे में जो निवेशक डिविडेंड का फायदा उठाना चाहते हैं उनके लिए आज की डेट महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए क्योंकि मंगलवार (18 फरवरी) को कंपनी के शेयर एक्स-डिविडेंड पर ट्रेड करेंगे।
हर शेयर ₹25 के डिविडेंड का तोहफा
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने हर शेयर पर 25 रुपये का डिविडेंड देने का ऐलान किया है। कंपनी ने दिसंबर तिमाही के नतीजों के साथ 5 रुपये के फेस वैल्यू पर ₹25 का अंतरिम डिविडेंड देने की घोषणा की थी।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने 12 फरवरी को शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा था कि निवेशकों को हर शेयर पर 25 रुपये का अंतरिम डिविडेंड दिया जाएगा। कंपनी ने डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 18 फरवरी फाइनल की थी। वहीं, डिविडेंड का भुगतान 14 मार्च 2025 तक किया जाएगा। इसका मतलब है कि निवेशकों को फेस वैल्यू के मुकाबले 500% का डिविडेंड मिलेगा। यह उन निवेशकों के लिए अच्छी खबर है जो लंबे समय से स्टॉक में बने हुए हैं।
अब शेयर खरीदने पर होगा फायदा?
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने अपने डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 18 फरवरी 2025 तय की है। इसका मतलब है कि जिन निवेशकों के पास इस तारीख तक कंपनी के शेयर होंगे, वो डिविडेंड का फायदा उठा पाएंगे। टी+1 नियम के तहत लेनदेन का निपटान ट्रेड डेट के एक वर्किंग डे बाद किया जाता है। ऐसे में अगर कोई डिविडेंड का फायदा उठाना चाहते हैं, तो उसे रिकॉर्ड डेट से पहले ही शेयर खरीदने होंगे।
2 साल में 150% चढ़ा चुका है स्टॉक
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का स्टॉक पिछले दो साल में 150% से ज्यादा चढ़ चुका है। हालांकि, पिछले एक महीने में शेयर 15% फिसल चुका है। वहीं, तीन साल में स्टॉक ने 409% और बीते पांच साल में 859% का जबरदस्त रिटर्न दिया है।
दिसंबर तिमाही में 14% बढ़ा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का मुनाफा
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने जबरदस्त तिमाही नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का मुनाफा दिसंबर तिमाही (Q3FY25) में 14% उछलकर ₹1,440 करोड़ पहुंच गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹1,261 करोड़ था। डिफेंस सेक्टर की मजबूत डिमांड ने HAL की कमाई को रफ्तार दी है।
कंपनी की कुल कमाई दिसंबर तिमाही में 15% बढ़कर ₹6,957 करोड़ हो गई, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा ₹6,061 करोड़ था। बढ़ती डिफेंस डिमांड और स्पेयर्स-रिप्लेसमेंट कारोबार के चलते कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ जबरदस्त रही।
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