भारतीय शेयर बाजार, खासकर मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स, लंबे समय तक दबाव में रह सकते हैं। Elara Capital के विश्लेषकों ने भारतीय बाजार में पिछले कुछ वर्षों के ट्रेंड को परखा है और चेतावनी दी है कि कोविड के बाद पहली बार कुछ चिंताजनक संकेत उभर रहे हैं।
Elara Capital के 5 बड़े खुलासे:
1. ‘यूफोरिक जोन’ खत्म, अब गिरावट का खतरा!
Elara Capital के मुताबिक, पिछले 5 सालों से बाजार जिस जोन में था, वहां अब दरारें आनी शुरू हो गई हैं। NSE 500 के कई स्टॉक्स अपनी ऊंचाई पर पहुंचने के बाद नीचे आने लगे हैं। 2006-2009, 2011-2013 और 2018-2020 में भी ऐसा ही हुआ था, जब बाजार में बड़ी गिरावट आई थी।
2. अब कहां करें निवेश?
अगर बाजार में गिरावट आती है, तो कौन-कौन से स्टॉक्स बचाएंगे? Elara Capital के विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे हालात में आईटी, बैंकिंग, फार्मा और कंजम्प्शन सेक्टर में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। यानी अब मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स से दूरी बनाकर बड़े, मजबूत स्टॉक्स को पकड़ने का समय है।
3. ‘बीटा ट्रेड’ का बोरिया बिस्तर बंधा, जोखिम लेने की चाहत घटी
बीटा ट्रेड यानी बाजार में जोखिम लेने की क्षमता अब घटने लगी है। हाई बीटा पोर्टफोलियो ने जून 2024 में अपना पीक छू लिया था, लेकिन अब Low Beta यानी डिफेंसिव स्टॉक्स अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले भी 2008, 2010, 2015 और 2018 में ऐसा ही हुआ था, जब मिड-स्मॉलकैप बुरी तरह गिरे थे और सिर्फ बड़े, मजबूत स्टॉक्स ने निवेशकों को बचाया था।
4. म्यूचुअल फंड्स की ताकत कम हो रही है
अब तक म्यूचुअल फंड्स बाजार को सहारा दे रहे थे, लेकिन इस बार कहानी कुछ अलग हो सकती है। 2024 में म्यूचुअल फंड्स ने $45 बिलियन लगाए, लेकिन इस दौरान बाजार में नए शेयरों की सप्लाई $70 बिलियन रही। यानी नए निवेश जितना आ रहे हैं, उससे ज्यादा नए शेयर बिक रहे हैं।
इतना ही नहीं, 2018-2020 में जब मिड-स्मॉलकैप गिरे थे, तब इन स्टॉक्स में 50% तक की गिरावट देखी गई थी। अब भी स्थिति कुछ वैसी ही बन रही है। सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स, जो पिछले साल तक शानदार परफॉर्म कर रहे थे, अब धीरे-धीरे कमजोर होते दिख रहे हैं। अगर हालात नहीं सुधरे, तो निवेशकों की भारी बिकवाली देखने को मिल सकती है।
5. 84% मिड-स्मॉलकैप स्टॉक्स के बुरे दिन शुरू?
तकनीकी आंकड़े बताते हैं कि Nifty MidCap 150 और Nifty SmallCap 250 के 84% स्टॉक्स अपने 200-दिनों के मूविंग एवरेज (200-DMA) से नीचे ट्रेड कर रहे हैं।
- Nifty MidCap 150 के 122 स्टॉक्स 200-DMA से नीचे हैं।
- Nifty SmallCap 250 के 212 स्टॉक्स 200-DMA से नीचे हैं।
यह साफ संकेत है कि मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स दबाव में हैं और इसमें तेजी आने की संभावना कम है।
भारत बनाम अमेरिका: क्या भारत का जलवा खत्म हो रहा है?
- Elara Capital की रिपोर्ट बताती है कि भारत और अमेरिका के शेयर बाजार अब उल्टी दिशा में जा रहे हैं।
- 2020 के बाद भारत में बाजार फैला था, जबकि अमेरिका में कुछ गिने-चुने स्टॉक्स चमक रहे थे।
- लेकिन अब पहली बार अमेरिका में बाजार का विस्तार हो रहा है और भारत में गिरावट दिख रही है।
- ग्लोबल निवेशक अमेरिका के छोटे स्टॉक्स में निवेश बढ़ा सकते हैं, जिससे भारत में लिक्विडिटी की दिक्कत हो सकती है।
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