दिसंबर 2024 तिमाही में इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का कंसॉलिडेटेड नेट लॉस बढ़कर 564 करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़ा एक साल पहले इसी अवधि के आंकड़े से 50 पर्सेंट ज्यादा है। संबंधित अवधि में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू तकरीबन 1,045 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 19 पर्सेंट कम है। संबंधित अवधि में कंपनी का कुल खर्च 1,505 करोड़ रुपये रहा।
हालांकि, सितंबर 2024 तिमाही में बेंगलुरु की इस कंपनी का कंसॉलिडेटेड लॉस 495 करोड़ रुपये रहा था, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 524 करोड़ रुपये था। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में रेवेन्यू में 39% की बढ़ोतरी दर्ज की थी, जो 1,214 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। कंपनी का अपना इबिट्डा घाटा 379 करोड़ रुपए हो गया, जबकि 1 साल पहले इसी अवधि में यह 435 करोड़ रुपए था।
कंपनी ने बाजार में रिकॉर्ड इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे हैं। ओला 25.5% मार्केट शेयर के साथ बाजार में नंबर-1 कंपनी बनी हुई है। वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में e2W के रिकॉर्ड 3.33 लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं। 301 करोड़ के बदले कंपनी का कामकाजी घाटा बढ़कर 460 करोड़ रुपए हो गया है। कंपनी के शेयरों में भी 7 फरवरी को गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। ओला इलेक्ट्रिक ने विभिन्न मॉडलों के इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किए हैं, जिनमें ओला गिग, गिग+, एस1 जेड, और एस1 जेड+ शामिल हैं। इनकी कीमतें 39,999 रुपये से शुरू होती हैं।
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