ITC Q3 results: सिगरेट से लेकर साबुन बनाने वाली FMCG कंपनी ITC का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ (consolidated net profit) सालाना आधार (YoY) पर 7.27 प्रतिशत घटकर 5,013.16 करोड़ रुपये रह गया। आईटीसी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5,406.52 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था।
वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में आईटीसी की परिचालन आय 9.05 प्रतिशत बढ़कर 20,349.96 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 18,660.37 करोड़ रुपये थी।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कुल व्यय 12.18 प्रतिशत बढ़कर 14,413.66 करोड़ रुपये हो गया। आईटीसी की कुल आय आलोच्य तिमाही में 8.47 प्रतिशत बढ़कर 20,945.82 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले 19,308.85 करोड़ रुपये थी।
ITC Ltd की ‘अगली रणनीति’ पर क्या बोले थे CMD संजीव पुरी-
ITC Chief संजीव पुरी ने बताया कि सिगरेट से लेकर उपभोक्ता वस्तुओं तक के कारोबार में सक्रिय समूह ने संगठन की एक रणनीति ‘आईटीसी नेक्स्ट स्ट्रैटेजी’ (‘ITC Next Strategy’) तैयार की है, जिसका लक्ष्य भविष्य के लिए तैयार उद्यम को आकार देना और वृद्धि एवं लाभप्रदता के अगले चरण को परिभाषित करना है। आईटीसी नेक्स्ट स्ट्रैटेजी के एक भाग के रूप में कंपनी ने प्रतिस्पर्धात्मकता के उन कारकों की पहचान की है, जिनमें उसकी भविष्य की वृद्धि के लिए डिजिटलीकरण, स्थिरता, नवाचार और आपूर्ति शृंखला दक्षता आदि शामिल हैं।
ITC Chief ने कहा, “इन्हें ऐसे क्षेत्रों के रूप में पहचाना गया है जहां प्रतिस्पर्धी और समकालीन बनने के लिए विशिष्ट हस्तक्षेप किए गए हैं। इसका उद्देश्य उद्यम की ताकत का लाभ उठाते हुए नवोन्मेषण को जारी रखना है।’’ विचार यह है कि हम अग्रणी बनें और एक बहुत बड़े पैमाने का कारोबार बनें, जिसमें आईटीसी ने समय के साथ अपनी यात्रा में ‘सराहनीय प्रगति’ की है।
ITC Chief ने कहा, “हमारे लिए आईटीसी की अगली रणनीति एक क्रियाशील यात्रा है। जबकि हमने कई क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति की है। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह यात्रा कहीं भी पूरी होने के करीब है। हमारा लक्ष्य हर उस क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम बनना है जिसमें हम काम करते हैं।” उन्होंने कहा, “कुछ क्षेत्रों में हम पहले से ही अग्रणी हैं। हमारा लक्ष्य हर उस क्षेत्र में आगे बढ़ना है जिसमें हम काम करते हैं।” पुरी के अनुसार, भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक स्थिति तथा मौजूदा जलवायु संकट को देखते हुए विश्व अब बहुत अधिक अस्थिर और अनिश्चित है।
क्या करती है ITC Limited
आईटीसी लिमिटेड एक भारतीय कारोबारी समूह है, जिसका मुख्यालय कोलकाता में है। इसकी छह व्यावसायिक क्षेत्रों में उपस्थिति है, FMCG, होटल, कृषि व्यवसाय, सूचना प्रौद्योगिकी, कागज उत्पाद और पैकेजिंग। आईटीसी के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा तम्बाकू उत्पादों से आता है।
बाजार पूंजीकरण के संदर्भ में, आईटीसी भारत की दूसरी सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी तम्बाकू कंपनी है। यह भारत भर में 60 से अधिक स्थानों पर 36,500 लोगों को रोजगार देती है। इसके उत्पाद भारत में 6 मिलियन खुदरा दुकानों में उपलब्ध हैं और 90 देशों में निर्यात किए जाते हैं।
Start-Ups को लेकर Commerce Ministry-ITC की हुई है साझेदारी-
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT)ने विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप इकाइयों की मदद के लिए विविध क्षेत्रों में कार्यरत कारोबारी समूह आईटीसी लिमिटेड के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।
विभाग ने कहा, “इस साझेदारी के तहत आईटीसी विनिर्माण क्रियान्वयन प्रणालियों (MES)के लिए डिजिटल मंच, विनिर्माण स्थलों के लिए नवीकरणीय ऊर्जा अवसरों को कीकृत करने और ऊर्जा भंडारण प्रणालियों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में स्टार्टअप समाधान लाना चाहती है।”
इसमें कहा गया है कि एक समझौता ज्ञापन (MoU)पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो एक साझेदारी के लिए आधार तैयार करेगा। इसके तहत व्यापक बाजार नेटवर्क के साथ आईटीसी का अनुभव और विशेषज्ञता देशभर में स्टार्टअप को समर्थन देने में डीपीआईआईटी की मदद करेगी।
डीमर्जर के बाद दूसरी सबसे मूल्यवान सूचीबद्ध होटल कंपनी बन गई ITC Hotels
आईटीसी से अलग हुई हॉस्पिटैलिटी कंपनी आईटीसी होटल्स बुधवार को अलग से सूचीबद्ध हुई। करीब 36,139 करोड़ रुपए के बाजार मूल्यांकन के साथ यह दूसरी सबसे मूल्यवान सूचीबद्ध होटल कंपनी बन गई है। एनएसई पर 180 रुपये के उच्चस्तर और 171 रुपये के निचले स्तर को छूने के बाद यह शेयर अंत में 174 रुपये पर बंद हुआ जहां 439 करोड़ रुपये के शेयरों का कारोबार हुआ।
आईटीसी होटल्स में 40 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली आईटीसी का शेयर एनएसई पर 0.51 फीसदी गिरकर 433 रुपये पर बंद हुआ जिससे कंपनी का मूल्यांकन 5.42 लाख करोड़ रुपये रहा। सूचीबद्ध कंपनियों में आईटीसी होटल्स का शेयर ईस्ट इंडिया होटल्स (ओबेरॉय समूह की हॉस्पिटैलिटी इकाई) को पीछे छोड़कर दूसरा सबसे मूल्यवान होटल शेयर हो गया। ताज होटल्स की मूल कंपनी इंडियन होटल्स का शेयर अभी भी सबसे मूल्यवान होटल शेयर है और इसका बाजार पूंजीकरण 1.11 लाख करोड़ रुपये है।
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