नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा केमिकल्स के शेयर आज बाजार खुलते ही धड़ाम हो गया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 21 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 194 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इससे कंपनी का शेयर मार्केट खुलते ही बीएसई पर 4% गिरकर 906.65 रुपये पर आ गया जो इसका 52 सप्ताह का नया निचला स्तर है। इस बीच सेंसेक्स में 700 अंक से अधिक की तेजी आई है।टाटा केमिकल्स पर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 70 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च करना पड़ा। ब्रिटेन के नॉर्थविच में लोस्टॉक प्लांट में सोडा ऐश उत्पादन बंद होने के कारण ऐसा हुआ। तीसरी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 3.8% की गिरावट आई और यह 3,590 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह कंपनी का EBITDA 19.9% की गिरावट के साथ 434 करोड़ रुपये रहा। EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 14.5% से घटकर 12.1% रहा।
6 महीने में कैसा रहा हाल
टाटा केमिकल्स के एमडी निदेशक और सीईओ आर मुकुंदन ने कहा कि भारत सहित पूरे एशिया में ग्रोथ जारी है, जबकि अमेरिका और पश्चिमी यूरोप सहित अन्य बाजारों में फ्लैट और कंटेनर ग्लास की मांग में कमी के कारण मामूली गिरावट देखी जा रही है। ट्रेंडलाइन डेटा के अनुसार कंपनी के स्टॉक का औसत टारगेट प्राइस 937 रुपये है, जो इसकी मौजूदा कीमत 1% कम है। 7 एनालिस्ट्स ने इसे बेचने की सलाह दी है। टाटा केमिकल्स के शेयर पिछले सत्र में 2% की गिरावट के साथ 945 रुपये पर बंद हुए थे। पिछले छह महीनों में इस स्टॉक में 13% और पिछले तीन वर्षों में 2% की गिरावट आई है।