ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर (Prabhudas Lilladher) के मुताबिक, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के लिए चुनौतियां कायम हैं। हालांकि, एसेट क्वॉलिटी से जुड़ा जोखिम मोटे तौर पर कम हुआ है, लिहाजा ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी की रेटिंग को ‘होल्ड’ से अपग्रेड कर ‘बाय’ कर दिया है।
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के लिए पिछली तिमाही मिली-जुली रही, लेकिन एसेट क्वॉलिटी बेहतर रही। नेट इंटरेस्ट इनकम/नेट इंटरेस्ट मार्जिन अनुमानों की तर्ज पर रहे और AuM ग्रोथ भी अनुमानों की तर्ज पर रही। संबंधित अवधि में लोन का भुगतान भी कम रहा।
बेंगलुरु और हैदराबाद के बाजार में दिक्कत की वजह से क्रेडिट फ्लो पर भी असर देखने को मिला। कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में इन बाजारों में वॉल्यूम सामान्य हो जाएगा। वित्त वर्ष 2026 में एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस (LICHF) का मकसद डबल डिजिट ग्रोथ हासिल करना है।
ब्रोकरेज फर्म को वित्त वर्ष 25-27 में AUM CAGR 7.5 पर्सेंट रहने का उम्मीद है। कंपनी की एसेट क्वॉलिटी लगातार हमें हैरान करती रही है।
वित्त वर्ष 2025/26/27 के लिए प्रावधान में कमी के कारण वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2027 के दौरान प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (PAT) के आंकड़ों को भी अपग्रेड कर दिया है। इसके अलावा, हमने टारगेट प्राइस 675 रुपये से घटाकर 650 रुपये कर दिया है। साथ ही कंपनी की रेटिंग को अपग्रेड कर ‘बाय’ कर दिया गया है।
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