Budget 2025: इकनॉमिक चुनौतियों और नरम सेंटीमेंट के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश कर दिया। लोक सभा चुनाव 2024 के बाद यह मोदी सरकार का पहला फुल केंद्रीय बजट था। बजट में कंजम्प्शन बढ़ाने वाली कुछ पहलों, मीडिल क्लास के लिए टैक्स में कटौती और फिस्कल डेफिसिट के कुछ लक्ष्यों में ढील के साथ कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) पर फोकस रहा।
हालांकि, कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ कि बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर पर अधिक फोकस के बजाय कंज्यूमर और सेविंग्स को प्रोत्साहित करने का विकल्प चुना गया। हालांकि, हमेशा की तरह इस बार भी बजट का फोकस फिस्कल डेफिसिट कंसोलिडेशन पर केंद्रित रहा।
ब्रोक्रेक फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) का कहना है कि सरकार ने बजट 2025 कुल में मिलाकर दो बड़े बदलाव किये है। एक, दशक में पहली बार कैपिटल एक्सपेनडिचर के बजाय कंजम्प्शन और सेविंग्स पर अधिक फोकस किया है। दूसरा, कई सालों बाद रिसिप्ट अनुमान एग्रेसिव लग रहे हैं।
बजट के बाद कैपिटल गुड्स सेक्टर पर फोकस
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि अब कैपिटल गुड्स सेक्टर पर सेलेटिव होना अच्छा रहेगा। साथ ही उन कंपनियों पर फोकस करना बेहतर रहेगा जो सरकारी कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) में धीमी वृद्धि से कम प्रभावित हो या जिनके पास पढ़ने के दूसरे रास्ते भी हो।
इसी के साथ ब्रोकरेज ने ने कई स्टॉक्स पर अपनी रेटिंग को रिवाइज कर दिया है। ब्रोकरेज ने हिताची एनर्जी (Hitachi Energy) और थर्मैक्स पर अपनी अपनी रेटिंग को बदलकर ‘SELL‘ कर दिया है। साथ ही सिमंस पर ‘NEUTRAL‘ रेटिंग दी है।
ब्रोकरेज ने कहा कि हम पावर टीएंडडी, डिफेन्स, डेटा सेंटर और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टर्स पर पॉजिटिव बने रहेंगे। साथ ही लार्ज-कैप में इंडस्ट्रियल सेक्टर में एलएंडटी, एबीबी और कमिंस और डिफेंस सेक्टर में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स को प्राथमिकता देंगे।
टैक्स में कटौती से किस सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा?
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एफएमसीजी, स्टेपल्स, रिटेल, कंज्यूमर्स डिस्क्रिशनरी, एंट्री लेवल कार्स और दोपहिया वाहन सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा मिल सकता है।