ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने सरकार ऑयल रिफाइनरी कंपनियों- हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) का टारगेट प्राइस घटाया है। शेयर बाजार में 3 फरवरी को कारोबार के दौरान HPCL का शेयरों में 7 पर्सेंट तक की गिरावट देखने को मिली, जबकि BPCL और IOC का शेयर क्रमशः 5% और 4% तक लुढ़क गया।
बजट 2025 में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की अंडर-रिकवरी की भरपाई के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है और इस खबर से इन कंपनियों के स्टॉक्स में बिकवाली का दबाव देखने को मिला। वित्त वर्ष 2025 के पहले 9 महीनों में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की अंडर-रिकवरी 30,000 करोड़ रुपये रही। जेफरीज ने BPCL का टारगेट प्राइस 370 रुपये से घटाकर 330 रुपये कर दिया है, जबकि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के लिए टारगेट प्राइस 170 रुपये से घटाकर 150 रुपये करने का फैसला किया गया है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने दोनों स्टॉक्स के लिए ‘बाय’ रेटिंग बरकरार रखी है। जेफरीज ने HPCL को ‘अंडरपरफॉर्म’ रेटिंग दी है और इसके लिए प्राइस टारगेट 295 रुपये से घटाकर 270 रुपये कर दिया गया है।
ब्रोकरेज फर्म ने अपने नोट में कहा है कि सरकरा द्वारा बजट के हिसाब से एलपीजी सब्सिडी का मतलब है कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां 9 वर्षों के अंतराल के बाद वित्त वर्ष 2025 के लिए अंडर-रिकवरी का तकरीबन 69 पर्सेंट हिस्सा वहन करेंगी। जेफरीज के नोट में कहा गया है, ‘ इस कदम का मतलब है कि सरकार ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के मुनाफे पर लगाम लगाई है, जहां ऑटो फ्यूल का ज्यादा मार्जिन आंशिक तौर पर एलपीजी के नुकसान की भरपाई करेगा।’ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 3 फरवरी को HPCL का शेयर 5.79% की गिरावट के साथ 324.90 रुपये पर बंद हुआ। इसके अलावा, BPCL और IOC का शेयर क्रमशः 2.39% और 3.56% की गिरावट के साथ 249.55 और 120.96 रुपये पर बंद हुआ।