UPL December Quarter Results: केमिकल और पेस्टिसाइड सेक्टर की कंपनी UPL अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में मुनाफे में लौट हाई। तिमाही के दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा 853 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले कंपनी 1,607 करोड़ रुपये और एक तिमाही पहले 585 करोड़ रुपये के घाटे में थी। दिसंबर 2024 तिमाही में कंपनी के इक्विटी शेयरहोल्डर्स के लिए कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 828 करोड़ रुपये रहा।
तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 10907 करोड़ रुपये हो गया। दिसंबर 2023 तिमाही में यह 9887 करोड़ रुपये था। कंपनी के कुल खर्च घटकर 10,369 करोड़ रुपये के रहे, जो एक साल पहले 11,661 करोड़ रुपये के थे। EBITDA एक साल पहले के मुकाबले 420 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2,163 करोड़ रुपये हो गया। दिसंबर 2023 तिमाही में EBITDA 416 करोड़ रुपये था। EBITDA मार्जिन 19.8 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 4.2 प्रतिशत था।
शेयर में तेजी
31 जनवरी को UPL के शेयर में 6 प्रतिशत की तेजी दिखी और बीएसई पर कीमत 603.50 रुपये पर बंद हुई। दिन में शेयर पिछले बंद भाव से लगभग 9 प्रतिशत तक उछलकर 618 रुपये के हाई तक चला गया था। यह शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर है। अकेले जनवरी महीने में शेयर ने 20 प्रतिशत की तेजी देखी है। UPL का मार्केट कैप 51,700 करोड़ रुपये हो गया है। 17 जनवरी 2025 तक कंपनी में प्रमोटर्स के पास 33.50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
UPL Limited का पुराना नाम यूनाइटेड फॉस्फोरस लिमिटेड था। इसका हेडक्वार्टर मुंबई में है। यह एग्रोकेमिकल्स, इंडस्ट्रियल केमिकल्स, केमिकल इंटरमीडिएट्स, स्पेशिएलिटी केमिकल्स और पेस्टिसाइड्स बनाती और बेचती है। यह एग्रो और नॉन एग्रो दोनों में है। UPL के 14000 से ज्यादा प्रोडक्ट रजिस्टर्ड हैं और कंपनी की लगभग 140 देशों में मौजूदगी है।