Budget Related Stocks: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल 1 फरवरी को संसद में ‘आम बजट 2025-26’ पेश करेंगी। यह बतौर वित्त मंत्री उनका आठवां बजट होगा। यह बजट ऐसे समय में आ रहा है जब ग्लोबल और घरेलू स्तर पर कई आर्थिक चुनौतियां बनी हुई हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार के बजट में विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल एक्सपेंडिचर पर बड़ा ध्यान दिया जाएगा। ऐसे में कुछ सेक्टर और खास कंपनियां इस दिन शेयर बाजार की नजरों में रहेंगी।
कैपेक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर
इन शेयरों पर रहेगी नजर- एलएंडटी (L&T), अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement)
बजट के बाद कैपेक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में नई संभावनाएं देखने को मिल सकती हैं। लोकसभा चुनाव के अप्रत्याशित नतीजों के बाद इस सेक्टर में धीमी ग्रोथ की आशंका जताई गई थी, लेकिन सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर बड़ा जोर देने से इसमें सुधार की उम्मीद है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर सरकार के कैपिटल एक्सपेंडिचर में 10-12% की बढ़ोतरी का अनुमान है।
L&T के लिए मजबूत ऑर्डर बुक इसे बेहतर स्थिति में रखती है। अल्ट्राटेक सीमेंट भी नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (NIP), प्रधानमंत्री गति शक्ति और भारतमाला परियोजना जैसी योजनाओं के चलते फोकस में रहेगी। इसके अलावा सीमेंट सेक्टर के लिए GST में प्रस्तावित कटौती भी इस सेक्टर को सपोर्ट कर सकता है।
रोड एंड कंस्ट्रक्शन
इन शेयरों पर रहेगी नजर- KNR कंस्ट्रक्शन, अशोका बिल्डकॉन
बजट में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के लिए आवंटन 5-6% तक बढ़ सकता है। हाईवे प्रोजेक्ट्स में प्राइवेट इनवेस्टमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए Build-Operate-Transfer (BoT) मॉडल को प्राथमिकता दी जा सकती है। KNR कंस्ट्रक्शन और अशोका बिल्डकॉन को MoRTH की नीतियों से फायदा मिलने की संभावना है। हालांकि, भूमि अधिग्रहण और नियामकीय बाधाओं के कारण शॉर्ट-टर्म में चुनौतियां बनी रह सकती हैं।
पावर सेक्टर
इन शेयरों पर रहेगी नजर- सीमेंस, थर्मैक्स
पावर सेक्टर को शॉर्ट-टर्म में मांग में मंदी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह सरकार के लिए मुख्य फोकस बना हुआ है। पिछले साल के बजट में बिजली मंत्रालय को 20,502 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जो इसके पिछले साल के मुकाबले 16 फीसदी अधिक था। इस बार के बजट में कुछ ऐसे ही ऐलान का अनुमान है। खासतौर से रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े कदमों के लिए
सीमेंस को ट्रांसमिशन पाइपलाइन में बढ़ोतरी का लाभ मिल सकता है। वहीं थर्मैक्स को इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल कैपेक्स में अनुमानित 13% की CAGR ग्रोथ से फायदा होसकता है।
डिफेंस सेक्टर
इन शेयरों पर रहेगी नजर- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL)
सरकार ने डिफेंस सेक्टर के लिए 2025 को ‘सुधारों का साल’ घोषित किया है और इसके तहत आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण (Indigenisation) पर जोर दिया जाएगा। डिफेंस बजट में इस बार इलेक्ट्रॉनिक्स, सैन्य वाहनों और विमानों पर अधिक खर्च किए जाने की संभावना है, जिससे डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को फायदा मिल सकता है।
HAL को FY24 में ₹40,000 करोड़ के नए ऑर्डर मिले थे, और FY25 में यह आंकड़ा ₹60,000 करोड़ को पार कर सकता है। वहीं BEL (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) की डिफेंस मार्केट में पिछले 4 सालों बाजार हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2024 में यह 12.8 फीसदी तक पहुंच गई है। डिफेंस सेक्टर में यह कंपनी बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार दिख रही है।
रेलवे सेक्टर
इन शेयरों पर रहेगी नजर- RVNL, BEML, IRFC
रेलवे सेक्टर को इस बजट में 15-18% अधिक बजटीय आवंटन मिलने की संभावना है। वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार और 40,000 बोगियों के अपग्रेडेशन की योजना बनाई गई है। मनीकंट्रोल ने इससे पहले एक रिपोर्ट में बताया था कि 2025-26 के लिए रेलवे को ₹2.9-3 लाख करोड़ तक का बजटीय आवंटन दिया जा सकता है। RVNL, BEML और IRFC को रेलवे के विस्तार और आधुनिकीकरण योजनाओं से लाभ मिल सकता है।
रियल एस्टेट
इन शेयरों पर रहेगी नजर- ओबेरॉय रियल्टी, PNB हाउसिंग, AAVAS फाइनेंसर्स
बढ़ती निर्माण लागत और ‘किफायती आवास’ की पुरानी परिभाषाओं के कारण यह सेक्टर मुश्किलों का सामना कर रहा है। सरकार अगर बजट में हाउसिंग परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए ‘किफायती आवास’ के मानदंडों में बदलाव, टैक्स में अधिक छूट, सब्सिडी और इंडस्ट्री का दर्जा देने जैसे कदम उठाती है, तो इस सेक्टर को राहत मिल सकती है।
PNB हाउसिंग और AAVAS फाइनेंसर्स जैसे शेयरों को इन पॉलिसी सपोर्ट से लाभ मिलने की संभावना है। इसके अलावा यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (CLSS) को फिर से शुरू करती है। यह इस सेक्टर में मांग को बढ़ा सकता है।
FMCG और कंजम्प्शन सेक्टर
इन शेयरों पर रहेगी नजर- HUL, ITC, डाबर, मैरिको, इमामी
कंज्पमशन को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि लोगों के पास खर्च करने के लिए अधिक रकम बचे। इसके लिए सरकार में टैक्स कटौती और स्टैंडर्ड डिडक्शन में इजाफा जैसे कदम उठाए जा सकते हैं। इसके अलावा फ्यूल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने के उपाय से महंगाई के दबाव में और कमी आ सकती है और उपभोक्ता खर्च बढ़ सकता है।
HUL और ITC जैसे स्टॉक्स इस समय अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से क्रमशः 22% और 16% नीचे कारोबार कर रहे हैं। अगर बजट में उपभोक्ता मांग बढ़ाने के लिए नई योजनाएं लाई जाती हैं, तो इन कंपनियों को फायदा हो सकता है।
रिन्यूएबल एनर्जी
इन शेयरों पर रहेगी नजर- वारी एनर्जीज, इनॉक्स विंड, NTPC ग्रीन, अदाणी ग्रीन एनर्जी, बोरोसिल रिन्यूएबल्स
भारत ने 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी का लक्ष्य रखा है। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए पहले 8 महीनों (अप्रैल-नवंबर 2024) के बीच भारत में 15 गीगावाट नई सोलर और विंड एनर्जी क्षमता जोड़ी गई, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले दोगुना है। PM-KUSUM और ग्रीन हाइड्रोजन जैसी योजनाएं इस सेक्टर को मजबूती दे रही हैं। इस बीच, भारत के सोलर सेक्टर में भी मजबूत ग्रोथ देखी जा रही है। पीएम सूर्य घर योजना जैसी योजनाओं से छतों पर सोलर क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।