Budget 2025: देशभर के लोग केंद्रीय बजट 2025 का इंतजार कर रहे हैं। बजट से इस बार भी सबसे बड़ी मांग टैक्स में छूट की है। हालांकि, कई एक्सपर्ट का मानना है कि इस बार में टैक्स कटौती या छूट सिर्फ डिमांड नहीं, जरूरत भी है। मौजूदा धीमी ग्रोथ, बढ़ती महंगाई और निवेश में गिरावट को देखते हुए सरकार अगर टैक्स में छूट देती है, तो इससे आम लोगों को राहत मिलेगी और अर्थव्यवस्था को भी बूस्ट मिलेगा।
टैक्स छूट क्यों है जरूरी?
भारत की अर्थव्यवस्था 2024-25 में सिर्फ 6.4% की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जो पिछले चार सालों में सबसे कम होगी। खासकर मध्यम वर्गीय परिवार महंगाई के कारण खर्च में कटौती कर रहे हैं, जिससे बाजार पर असर पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में डिमांड थोड़ी बढ़ रही है, लेकिन शहरों में लोग अभी भी खर्च करने से बच रहे हैं। अगर सरकार टैक्स कम करती है, तो लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा आएगा, जिससे खर्च बढ़ेगा।
नौकरियों के मौके पैदा करना है जरूरी?
अगर सरकार टैक्स में छूट देती है, तो खासकर मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश बढ़ सकता है, जिससे कारोबार को गति मिलेगी और नई नौकरियां भी आएंगी।
महंगाई से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी?
महंगाई दर अभी भी आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है। खाने-पीने की चीजें और सब्जियों के दाम में भी तेजी आई है। आम लोगों का रोजमर्रा का खर्च बढ़ा है। सरकार अगर टैक्स कम करती है तो इससे आम लोगों को फायदा होगा।
रोजगार के मौके बढ़ाने की जरूरत
सरकार के मुताबिक देश में बेरोजगारी दर 3.2% है, लेकिन कुछ प्राइवेट रिपोर्ट अलग बात कह रही है। ऐसे में सरकार को रोजगार के नए मौके पैदा करने की जरूरत है। सरकार को इसके लिए मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर पर फोकस करना होगा। ताकि, नौकरी के और मौके पैदा हों।
बजट 2025 से क्या उम्मीदें हैं?
इस बार का बजट आम जनता और बिजनेस सेक्टर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। अगर सरकार टैक्स में राहत देती है, तो इससे न सिर्फ लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि महंगाई, बेरोजगारी और निवेश में आई गिरावट से निपटने में भी मदद मिलेगी। अब देखना होगा कि 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में कौन-कौन से बड़े ऐलान करती हैं।