अत्यधिक अस्थिरता, FII की बिकवाली और लिक्विडिटी की कमी के कारण बाजार ने तेज करेक्शन देखा है। स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट ने, लार्ज-कैप के मुकाबले ज्यादा गिरावट का सामना किया है। स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट में सितंबर 2024 के आखिर से लेकर अब तक 15 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी झटका नहीं बल्कि बियर मार्केट की शुरुआत हो सकती है, क्योंकि घरेलू ग्रोथ धीमी हो रही है और टिकाऊ लिक्विडिटी घाटे में जा रही है। इसके अलावा 15 प्रतिशत करेक्शन के बावजूद स्मॉल और मिडकैप्स (SMID) की वैल्यूएशंस अभी भी हाई हैं।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, ब्लिप की उम्र छोटी होती है, जो दो-तीन तिमाहियों तक चलते हैं। दूसरी ओर बियर मार्केट लंबे समय तक चलने वाला करेक्शन फेज होता है, जिसमें दो-तीन वर्षों में 30-40 प्रतिशत करेक्शन दिखता है। ब्लिप के दौरान सभी सेक्टर में गिरावट आती है। लेकिन बियर मार्केट के दौरान रियल एस्टेट और इंडस्ट्रियल स्टॉक्स बड़े अंडरपरफॉर्मेंस का अनुभव करते हैं और आमतौर पर 50 प्रतिशत से अधिक करेक्शन झेलते हैं।
SMID में करेक्शंस से कैसे प्रभावित होती है डॉमेस्टिक ग्रोथ
ब्रोकरेज ने कहा कि SMID, लार्ज-कैप की तुलना में घरेलू अर्थव्यवस्था से अधिक जुड़े हुए हैं। इसलिए डॉमेस्टिक ग्रोथ तभी धीमी पड़ती है, जब SMIDs मंदी के दौर का अनुभव करते हैं और उनमें करेक्शन आता है। इसका आकलन करने का सबसे अच्छा तरीका डॉमेस्टिक क्रेडिट साइकिल और एक्सपोर्ट्स ट्रेंड को देखना है। अगर क्रेडिट साइकिल कमजोर हो रहा है तो यह घरेलू कमजोरी का संकेत है, जिसमें SMIDs हमेशा अंडरपरफॉर्म करेंगे।
बियर मार्केट से पहले बड़े 5 ईयर रिटर्न (20 प्रतिशत या उससे अधिक) होते हैं। वहीं ब्लिप, बुल मार्केट के शुरुआती चरणों में आते हैं और 5 ईयर रिटर्न 10-15 प्रतिशत होते हैं। इसलिए बियर मार्केट आमतौर पर तब सामने आता है, जब डॉमेस्टिक क्रेडिट साइकिल कमजोर हो जाता है, लिक्विडिटी कम हो जाती है और मिडकैप्स में एक मजबूत 5 ईयर रैली दिखाई देती है। दूसरी ओर ब्लिप, वैश्विक कमजोरी का नतीजा होते हैं। ब्लिप के दौरान डॉमेस्टिक ग्रोथ और लिक्विडिटी की स्थिति आम तौर पर स्थिर होती है। इसके अलावा, इनके पहले बड़ी मीडियम टर्म रैली नहीं आती है।