Adani Enterprises Q3 Result: अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज को दिसंबर तिमाही में तगड़ा शॉक लगा। कोल ट्रेडिंग डिविजन के खराब परफॉरमें के चलते इसका मुनाफा सालाना आधार पर करीब 97 फीसदी गिर गया। इस दौरान रेवेन्यू भी 9 फीसदी गिर गया। शेयरों की बात करें तो आज बीएसई पर यह 2.85 फीसदी फिसलकर ₹2252.65 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 5.04 फीसदी फिसलकर ₹2202.00 तक आ गया था। इसके शेयर रिकॉर्ड हाई से 40 फीसदी तक नीचे आ चुके हैं। इस साल अब तक यह करीब 11 फीसदी कमजोर हुआ है।
Adani Enterprises Q3 Result: खास बातें
दिसंबर 2024 तिमाही में अदाणी एंटरप्राइजेज का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर ₹1888 करोड़ से गिरकर ₹58 करोड़ पर आ गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 9 फीसदी गिरकर ₹22,848 करोड़ और ईबीआईटीडीए 4.8 फीसदी फिसलकर ₹3,069.4 करोड़ पर आ गया। ईबीआईटीडीए मार्जिन सालाना आधार पर 12.9 फीसदी से फिसलकर 13.4 फीसदी पर आ गया। कंपनी को टोटल इनकम इस दौरान ₹25,540 करोड़ से गिरकर ₹23,500 करोड़ पर आ गई।
कंपनी के कारोबार को दिसंबर तिमाही में कोयले की कमजोर मांग से झटका लगा। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक एनालिस्ट्स का कहना है कि व्यापक तौर पर आर्थिक सुस्ती और इंडस्ट्री से मांग घटने के चलते दिसंबर तिमाही में भारत में कोयले की मांग कमजोर हुई। कोल ट्रेडिंग डिविजन को लोअर वॉल्यूम से झटका लगा जबकि इसके मुनाफे को ऑस्ट्रेलियाई कारोबार में फॉरेन एक्सचेंज लॉस से झटका लगा। अदाणी एंटरप्राइजेज को दिसंबर 2024 तिमाही में ₹296 करोड़ का फोरेक्स लॉस हुआ जबकि दिसंबर 2023 तिमाही में इसे ₹101 करोड़ का फोरेक्स गेन हुआ था। इसके अलावा कंपनी के मुनाफे को सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल के साथ कंज्यूमर गुड्स ज्वाइंट वेंचर से अलग होने पर ₹300 करोड़ का झटका लगा। कोल ट्रेडिंग सेगमेंट की कंपनी के ओवरऑल रेवेन्यू में एक-तिहाई से अधिक हिस्सेदारी है और यह दिसंबर तिमाही में 44 फीसदी गिरकर ₹8980 करोड़ पर आ गई।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 3 जून 2024 को 3743.00 रुपये पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से छह महीने से कम समय में यह 45 फीसदी से अधिक फिसलकर 22 नवंबर 2024 को 2030.00 रुपये के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। निचले स्तर पर शेयर संभले और खरीदारी के दम पर करीब 11 फीसदी रिकवर हुए लेकिन अब भी एक साल के हाई से यह करीब 40 फीसदी डाउनसाइड है।