बजाज ऑटो ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (Q3) के नतीजे जारी कर दिए हैं. कंपनी ने इस दौरान अपने मुनाफे में वृद्धि दर्ज की है, लेकिन बिक्री में गिरावट ने प्रदर्शन पर असर डाला है. पिछले एक साल में बजाज ऑटो के शेयरों में 10.5% की वृद्धि हुई है. हालांकि, पिछले छह महीनों में शेयर 11.5%, तीन महीनों में 17.7% और पिछले एक महीने में 6% की गिरावट दिखा चुके हैं.
कैसे रहे कंपनी के रिजल्ट
Q3 FY2024-25 में बजाज ऑटो का शुद्ध मुनाफा (PAT) ₹2,176 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल (YoY) 6.6% की वृद्धि को दर्शाता है. वहीं, कंपनी की शुद्ध बिक्री (नेट सेल्स) में 8.9% की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की गई, जो ₹13,193 करोड़ रही.
एलारा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, Q3 में बजाज ऑटो की कुल वॉल्यूम में 5% की साल-दर-साल वृद्धि की उम्मीद थी. हालांकि, प्रतिकूल उत्पाद मिश्रण (3-व्हीलर शेयर में कमी और अफ्रीका के निचले स्तर के निर्यात की वृद्धि) के कारण औसत बिक्री मूल्य (ASP) में 2.5% की तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) गिरावट देखी गई. साथ ही, इलेक्ट्रिक स्कूटर चेतक ईवी की बढ़ती हिस्सेदारी ने EBITDA मार्जिन पर दबाव डाला, जिससे इसमें 30 बेसिस पॉइंट की गिरावट दर्ज की गई.
दिसंबर 2024 बिक्री आंकड़े
बजाज ऑटो ने दिसंबर 2024 में कुल 3,23,125 वाहन बेचे, जो पिछले साल की समान अवधि के 3,26,806 यूनिट्स से 1% कम है.
घरेलू बिक्री: दिसंबर 2024 में घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 15% घटकर 1,62,420 यूनिट्स रही, जो दिसंबर 2023 में 1,90,919 यूनिट्स थी.
निर्यात: बजाज ऑटो ने निर्यात में 18% की वृद्धि दर्ज की. दिसंबर 2023 में 1,35,887 यूनिट्स के मुकाबले दिसंबर 2024 में कंपनी ने 1,60,705 यूनिट्स का निर्यात किया.
बिक्री कम होने के बावजूद कैसे बढ़ा मुनाफा?
कंपनी की Q3 तिमाही के दौरान बिक्री में गिरावट का मुख्य कारण घरेलू बाजार में मांग में कमी और उत्पाद मिश्रण में बदलाव रहा. 3-व्हीलर वाहनों की हिस्सेदारी में कमी और अफ्रीका में निचले स्तर के उत्पादों की वापसी ने ASP और मार्जिन को प्रभावित किया. चेतक ईवी की बढ़ती हिस्सेदारी ने मार्जिन पर और दबाव डाला. हालांकि, निर्यात में 18% की वृद्धि और कंपनी के लाभ में सुधार ने प्रदर्शन को स्थिर बनाए रखा. बजाज ऑटो की यह रिपोर्ट बताती है कि कंपनी को भविष्य में घरेलू बाजार में मांग बढ़ाने और अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को संतुलित करने की जरूरत है.