डेंटा वाटर एंड इंफ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड का शेयर आज (29 जनवरी) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर अपने इश्यू प्राइस से 10.54% ऊपर 325 रुपए पर लिस्ट हुआ। वहीं, BSE पर यह 12.24% ऊपर 330 रुपए पर लिस्ट हुआ। डेंटा वाटर श्यू प्राइस 294 रुपए था।
शेयर बाजार में लिस्टिंग के लिए डेंटा वाटर का शेयर 22 जनवरी को ओपन हुआ था। निवेशक इसमें 24 जनवरी तक बिडिंग कर सकते थे। इस इश्यू का वैल्यू 220.50 करोड़ रुपए था।
ग्राउंडवॉटर रिचार्ज प्रोजेक्ट्स में काम करती है कंपनी
2016 में इनकॉरपोरेट हुई डेटा वॉटर एंड इंफ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड, वॉटर मैनेजमेंट इंफ्रास्ट्रक्बर प्रोजेक्ट्स की डिजाइनिंग, इंस्टॉलिंग और कमीशनिंग से जुड़ी है। यह रिसाइकिल किए गए पानी के जरिए ग्राउंडवॉटर रिचार्ज प्रोजेक्ट्स में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी को वॉटर इंजीनियरिंग और ईपीसी सर्विसेज का अनुभव है। कंपनी के प्रमोटर सौभाग्यम्मा, सुजीत टीआर, सी मृत्युंजय स्वामी और हेमा एचएम हैं।
ITC होटल्स का शेयर 30% डिस्काउंट पर लिस्ट
इधर, ITC ग्रुप से डिमर्ज हुआ इसका होटल बिजनेस ITC होटल्स लिमिटेड का शेयर भी आज शेयर बाजार में लिस्ट हुआ। NSE पर यह 188 रुपए पर लिस्ट हुआ, कंपनी की ओर से डिस्कवर्ड प्राइस 270 रुपए थी। वहीं, BSE पर यह 180 रुपए पर लिस्ट हुआ, कंपनी की ओर से डिस्कवर्ड प्राइस 170 रुपए थी। इस डिस्कवर्ड प्राइस के लिहाज से ITC होटल्स का शेयर 30% डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ।
हर 10 ITC शेयरों के बदले ITC होटल्स का एक शेयर मिलेगा
ITC होटल्स के शेयर निफ्टी 50 और सेंसेक्स से टी+3 डे, यानी लिस्टिंग प्लस तीन बिजनेस डेज में हटा दिए जाएंगे। ITC होटल्स डिमर्जर रेश्यो 1:10 था। इसका मतलब है कि मौजूदा ITC शेयरधारकों को हर 10 ITC शेयरों के बदले ITC होटल्स का एक शेयर मिलेगा। पेरेंट कंपनी ITC लिमिटेड ने इस नई एंटिटी में 40.0% हिस्सेदारी बरकरार रखी है। बाकी, 60.0% शेयरहोल्डर्स में डिस्ट्रीब्यूट किया गया है।
1910 में स्थापित हुई थी ITC
ITC FMCG, पेपर, पैकेजिंग, एग्री-बिजनेस, होटल और IT में प्रेजेंस के साथ एक लीडिंग मल्टी-बिजनेस इंडियन एंटरप्राइज है। संजीव पुरी ITC के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
इस कंपनी को 1910 में स्थापित किया गया था, तब इस कंपनी का नाम इंपीरियल टोबैको कंपनी था। फिर 1970 में इसका नाम बदलकर इंडिया टोबैको कंपनी कर दिया। इसके बाद 1974 में इसका नाम ITC लिमिटेड हो गया था।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।