उत्पादन क्षमता के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट जर्मनी की फर्म हाइडलबर्ग से उसकी भारतीय इकाई के अधिग्रहण पर बातचीत कर रही है। मनीकंट्रोल ने सोमवार को मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह खबर दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अल्ट्राटेक की मूल कंपनी आदित्य बिड़ला समूह के अधिकारियों ने हाइडलबर्ग के प्रबंधन से मुलाकात का और हाइडलबर्ग सीमेंट इंडिया के अधिग्रहण पर बातचीत की। लेकिन इस सौदे की कीमत का पता नहीं चला है।
जर्मनी की मूल कंपनी के पास भारतीय इकाई की 69 फीसदी हिस्सेदारी है और शुक्रवार के बंद भाव के आधार पर इसका मूल्यांकन करीब 33.8 अरब रुपये बैठता है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या अदाणी की बातचीत टूट गई है। मनीकंट्रोल ने अदाणी की बातचीत की मौजूदा स्थिति पर कोई जानकारी नहीं दी। दोनों दिग्गजों के अलावा हाइडलबर्ग ने आईपीओ लाने जा रही जेएसडब्ल्यू सीमेंट का ध्यान भी खींचा है। मीडिया ने पिछले साल यह खबर दी थी। हाइडलबर्ग ने एक ईमेल के जवाब में कहा कि वह बाजार के कयासों पर टिप्पणी नहीं करती। अल्ट्राटेक, हाइडलबर्ग सीमेंट इंडिया और अदाणी समूह से भी इस संबंध में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई।
अदाणी समूह ने स्विस फर्म होल्सिम की सीमेंट परिसंपत्तियां खरीदकर साल 2022 में इस क्षेत्र में प्रवेश किया। क्षमता विस्तार और बाजार हिस्सा बढ़ाने के लिए अल्ट्राटेक व अदाणी समूह के बीच संघर्ष चल रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि सीमेंट की मांग ठीक-ठाक बनी रहने की उम्मीद है। जुलाई में हाइडलबर्ग के सीईओ वॉन एश्टन ने कहा था कि भारत में समूह की बाजार स्थिति अभी तक अच्छी नहीं है और वह सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। साल 2006 में कई देसी अधिग्रहण के साथ भारत में प्रवेश करने वाली कंपनी के पास अभी चार संयंत्र हैं और कुल क्षमता 1.26 करोड़ टन है। इस खबर के बाद हाइडलबर्ग सीमेंट इंडिया का शेयर 6 फीसदी उछला। इस हफ्ते कंपनी तिमाही नतीजे पेश करेगी। अल्ट्राटेक ने पिछले हफ्ते बेहतर तिमाही नतीजे पेश किए हैं।