Stock market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 27 जनवरी को कमजोर रुख के साथ बंद हुए और निफ्टी 22,850 से नीचे गिर गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 824.29 अंक या 1.08 फीसदी की गिरावट के साथ 75,366.17 पर और निफ्टी 263.05 अंक या 1.14 फीसदी की गिरावट के साथ 22,829.15 पर बंद हुआ। आज लगभग 541 शेयरों में तेजी आई, 3399 शेयरों में गिरावट आई और 115 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, विप्रो, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, श्रीराम फाइनेंस निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे। जबकि आईसीआईसीआई बैंक, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, एमएंडएम, एचयूएल और एसबीआई के शेयर टॉप गेनरों में रहे।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 2.7 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.5 फीसदी की गिरावट आई। सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। मीडिया इंडेक्स में 4.7 फीसदी दी गिरावट आई। आईटी इंडेक्स 3.4 फीसदी गिरा, तेल एवं गैस, मेटल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, फार्मा और एनर्जी प्रत्येक में 2 फीसदी की गिरावट आई।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, “एक बड़ी चिंता यह है कि राष्ट्रपति ट्रंप कोलंबिया पर 25 फीसदी टैरिफ जैसी नई धमकियां लेकर आ रहे हैं। कोलंबिया ने अवैध अप्रवासियों को वापस लेने से इनकार कर दिया है, इसकी वजह से राष्ट्रपति ट्रंप ने ये नई धमकी दी है। कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ की धमकी 1 फरवरी से लागू हो सकती है। इसलिए, क्या ट्रंप चीन और अन्य देशों पर टैरिफ सहित अन्य धमकियों पर अपनी बात पर खरे उतरेंगे? यह एक ऐसा सवाल है जो अब आर्थिक और बाजार हलकों में पूछा जा रहा है। ये चिंताएं दुनिया भर के बाजारों पर भारी पड़ रही हैं।”
विजयकुमार ने आगे कहा, “यह सप्ताह काफी उतार-चढ़ाव भरा रहने की संभावना है। इसी हफ्ते आने वाले यूएस फेड के फैसले और भारत में बजट घोषणाएं काफी अहम रहेंगी।”
बाजार जानकारों ने मजबूत रिकवरी के अभाव में गिरावट जारी रहने की चेतावनी दी है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के आनंद जेम्स ने कहा, “शुक्रवार को एनएसई 500 इंडेक्स में शामिल लगभग 50 फीसदी शेयरों में दिन के उच्चतम स्तर से कम से कम 2 फीसदी की गिरावट आई थी। ये जोखिम उठाने की क्षमता में तीव्र गिरावट का संकेत है।”
उन्होंने आगे कहा,”निफ्टी के लिए मजबूती का संकेत देने के लिए 23,211 से ऊपर की उछाल जरूरी है। ऐसा न हो पाने पर निफ्टी आगामी कारोबारी सत्रों में 22,260 से 22,000 के स्तर तक गिर सकता है।”
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी ट्रेड पॉलिसी और ग्लोबल मार्केट की कमजोरी के बारे में अनिश्चितताओं के चलते भारतीय शेयर बाजार दबाव में रह सकते हैं। निवेशक आगे के संकेतों के लिए इस सप्ताह के अंत में आने वाले फेडरल रिजर्व के फैसलों और भारत की बजट घोषणाओं पर बारीकी से नज़र बनाए रखेंगे।
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