Hindustan Zinc Share: वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) अगले वित्त वर्ष (2025-26) तक पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो जाएगी। कैपिसिटी बढ़ाने मे अच्छे-खासे निवेश के बावजूद यह उम्मीद जताई जा रही है। ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है। कंपनी के शेयरों में बीते शुक्रवार को 1.58 फीसदी की गिरावट देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 466.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 1.97 लाख करोड़ रुपये है।
क्या है ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज के अनुसार, जस्ता और सीसा की ग्लोबल डिमांड छह/सात फीसदी की सालाना वृद्धि दर से बढ़ने की उम्मीद है। घरेलू स्तर पर, भारत जस्ता का शुद्ध निर्यातक है, जबकि सीसा की आपूर्ति में कमी है। ये दोनों ही परिस्थितियां HZL के लिए अनुकूल हैं। इसमें कहा गया, “अगले वित्त वर्ष तक एचजेडएल के नेट डेट-फ्री हो जाने की उम्मीद है।”
देश में जस्ता, सीसा और चांदी की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी एचजेडएल ने पहले कहा था कि उसे मार्च के अंत तक अपना कर्ज घटाकर लगभग 2000 करोड़ रुपये करने की उम्मीद है, जो सितंबर तिमाही के अंत में लगभग 6,000 करोड़ रुपये था। निवेश की मांग के लिए चांदी तेजी से लोकप्रिय हो रही है और इंडस्ट्रियल एप्लिकेशन में इसका उपयोग बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती मांग को देखते हुए चांदी उत्पादन क्षमता में समय पर विस्तार अच्छा संकेत है।
16000 करोड़ रुपये के क्षमता विस्तार की योजना
हिन्दुस्तान जिंक ने वित्त वर्ष 2024-27 के लिए 16000 करोड़ रुपये के क्षमता विस्तार की योजना बनाई है, जिसमें कैपेक्स भी शामिल है। इसका मकसद राजस्थान के देबारी में रोस्टर प्लांट, चंदेरिया में फ्यूमर और फर्टिलाइजर प्लांट (सल्फ्यूरिक एसिड फॉरवर्ड इंटीग्रेशन) और 450 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी कैपिसिटी को फंडिंग करना है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। stock market news की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।