Market News: ब्रॉडर इंडेक्स लगातार तीसरे सप्ताह दबाव में रहे। तीसरी तिमाही के मिलेजुले नतीजे और एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच बेंचमार्क इंडेक्सों की तुलना में ब्रॉडर इंडेक्सों का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 428.87 अंक या 0.55 प्रतिशत गिरकर 76,190.46 पर बंद हुआ,जबकि निफ्टी 50 सूचकांक 111 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरकर 23,092.20 पर बंद हुआ।
अगल-अलग सेक्टरों में निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 9 प्रतिशत की गिरावट आई, निफ्टी एनर्जी इंडेक्स में 4 प्रतिशत की गिरावट आई, निफ्टी मीडिया और ऑयल एंड गैस में 4.5 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 3.5 प्रतिशत और निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स में 0.5 प्रतिशत की बढ़त हुई।
सप्ताह के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) नेट सेलर रहे। क्योंकि उन्होंने 22,504.08 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 17,577.36 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। हालांकि, इस महीने में अब तक एफआईआई ने 69,080.14 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची है,जबकि डीआईआई ने 66,944.50 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदकर इसकी भरपाई की है।
मिड और स्मॉलकैप की पिटाई रही जारी
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 4.2 प्रतिशत की गिरावट आई, जिसमें न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज, साइएंट, इंडिया सीमेंट्स, पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज, नेटवेब टेक्नोलॉजीज इंडिया, सुंदरम-क्लेटन, स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी, रामकृष्ण फोर्जिंग्स में 18-26 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, एमपीएस, फेयरकेम ऑर्गेनिक्स, कैप्री ग्लोबल कैपिटल, जेनसार टेक्नोलॉजीज, एसएमएल इसुजु, जन स्मॉल फाइनेंस बैंक, रैमको सिस्टम, विष्णु केमिकल्स, बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉरपोरेशन, ग्लोबस स्पिरिट्स में 7-24 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि शॉर्ट टर्म में जब तक निफ्टी 23,450 के स्तर को पार करने में विफल रहता है,तब तक मंदड़िये बाजार पर हावी रह सकते हैं। 23,350-23,450 जोन की ओर किसी भी बढ़त में ऊपर से बिक्री का दबाव आ सकता है। हालांकि,जब तक 23,000 का सपोर्ट कायम रहेगी तब तक गिरावट सीमित रह सकती है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी का निकट अवधि का रुझान कमजोर बना हुआ है। 22975 के तत्काल सपोर्ट स्तर से नीचे गिरने पर 22800 के स्तर की ओर अगली गिरावट आ सकती है। 23350-23400 की ओर आने वाला कोई भी उछाल बढ़त पर बेचने का अच्छा अवसर हो सकता है।
असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के एवीपी टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च हृषिकेश येदवे का कहना है कि तकनीकी नजरिए से देखें तो डेली स्केल पर निफ्टी ने कमजोरी का संकेत देते हुए एक रेड कैंडल बनाई है। हालांकि, इंडेक्स 22,980 के हाल के स्विंग लो को बचाने में कामयाब रहा। जब तक इंडेक्स 22,980 के स्तर पर बना रहता है, तब तक 23,300-23,400 की ओर शॉर्ट टर्म पुलबैक संभव हो सकता है। दूसरी तरफ, 22,980 के हाल के स्विंग लो से नीचे बने रहने पर 22,850-22,800 के स्तर की ओर कमजोरी आ सकती है। ऊपर की तरफ, 250-डे सिंपल मूविंग एवरेज (250-DSMA) पर रेजिस्टेंस दिख रहा है जो 23,600 के स्तर के आसपास स्थित है। इस समय निफ्टी में उछाल पर बेचने की रणनीति अपनाने की सलाह होगी।
डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।