रेस्टोरेंट मालिकों और फूड एग्रीगेटर्स के बीच खटपट अब कानूनी लड़ाई की ओर बढ़ रही है। नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने जोमैटो और स्विगी पर आरोप लगा रही है कि ये प्लेटफार्म रेस्टोरेंट के ग्राहकों का डाटा चुरा कर अपनी ब्रांडिंग से खुद खाना भी बेच रहे हैं। बर्गर से लेकर राजमा चावल और छोले भटूरे तक सब कुछ 10 मिनट में आपके घर पर डिलीवर। फूड बिजनेस एग्रीगेटर्स के इस नए दांव ने रेस्टोरेंट मालिकों की नींद उड़ा दी है। Zomato ने ब्लिंकिट Bistro के जरिए खाना बेचना शुरू किया है तो Swiggy Snacc भी इस बिजनेस में उतर चुकी है। Zepto कैफे भी सिर्फ 10 मिनट में आपके घर स्नैक्स से लेकर मील तक सब कुछ पहुंचा रही है। वो भी भारी डिस्काउंट पर।
इससे पहले रेस्टोरेंट मालिक एग्रीगेटर पर ज्यादा कमीशन लेने का आरोप लगाते आए हैं। लेकिन अब पहली बार ग्राहक ही चुराने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि ये ब्रांड थर्ड पार्टी किचन से खाना मंगाकर कम दाम में बेच रहे हैं। NRAI ने अब zomato Swiggy के खिलाफ कम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) में प्राइवेट लेबलिंग की शिकायत दर्ज करने का फैसला किया। रेस्टोरेंट का ये भी आरोप है कि ये कंपनिया रेस्टोरेंट के ग्राहकों के डाटा का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए कर रही है।
उधर Zomato के फाउंडर CEO दीपिंदर गोयल ने रेस्टोरेंट मालिकों को लिखा था कि बिस्ट्रो केवल स्नैक्स और ड्रिंक्स की फास्ट डिलीवरी करता है और रेस्टोरेंट से कंपटीशन नहीं करता। बिस्ट्रो का बाज़ार में हिस्सा केवल 0.5 फीसदी होगा जो रेस्टोरेंट उद्योग के लिए खतरा नहीं है। कंपनी ने रेस्टोरेंट के ग्राहकों का डाटा इस्तेमाल करने के आरोप को भी गलत बताया है।
रेस्टोरेंट और फूड एग्रीगेटर्स के बीच पहले भी विवाद रहे हैं लेकिन इस बार मामला और गंभीर है क्योंकि इस बार खुद फूड एग्रीगेटर ही खाना बेच रहे हैं और वो भी 10 मिनट में आपके घर में डिलीवरी के साथ।