Persistent Systems Q3 Results: आईटी सेक्टर की कंपनी परसिस्टेंट सिस्टम्स ने बुधवार 22 जनवरी को मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि 31 दिसंबर को खत्म हुई तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 30.4 फीसदी बढ़कर 373 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर तिमाही को आईटी सेक्टर के लिए हमेशा से कमजोर तिमाही माना जाता है। हालांकि इसके बावजूद कंपनी को AI-आधारित, प्लेटफॉर्म सर्विस रणनीति से अपना मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली। तिमाही आधार पर कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 14.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। नतीजों के साथ ही कंपनी ने हर शेयर पर 20 रुपये के अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया है।
परसिस्टेंट सिस्टम्स का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 22.6 फीसदी और तिमाही आधार पर 5.7 फीसदी बढ़कर 3,062.28 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन में 0.90 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 14.9 फीसदी पर पहुंच गया। इससे पहले लगातार दो तिमाहियों तक इसका मार्जिन 14 प्रतिशत पर स्थिर रहा था।
परसिस्टेंट के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर संदीप कालरा ने कहा, “हमारे रेवेन्यू में क्रमिक आधार पर लगातार 19वीं तिमाही बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह तिमाही आधार पर 4.3% और सालाना आधार पर 19.9 फीसदी की ग्रोथ है। यह हमारी एआई-नेतृत्व वाली प्लेटफॉर्म-संचालित सेवा रणनीति की ताकत को दिखाती है। हमने 20 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश भी घोषित किया है।”
कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसके ऑर्डर बुकिंग की कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 59.41 करोड़ डॉलर और सालाना कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 42.83 करोड़ डॉलर रही। कंपनी को हेल्थकेयर और लाइफ साइंसेज, उभरते इंडस्ट्रीज, सॉफ्टवेयर और हाई-टेक क्षेत्रों में इस तिमाही क् दौरान कई नए डील मिले।
परसिस्टेंट सिस्टम्स के शेयर बुधवार को नतीजों से पहले एनएसई पर 4.1 फीसदी गिरकर 5,655 रुपये के भाव पर बंद हुए। जनवरी महीने में अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 12.15 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि पिछले एक साल में इसके शेयरों ने करीब 37 फीसदी का रिटर्न दिया है