Landmark Immigration IPO Listing: ग्लोबल कंसल्टेंसी लैंडमार्क इमिग्रेशन के शेयरों की आज BSE SME पर 4 फीसदी प्रीमियम पर एंट्री हुई लेकिन इसके बाद उछलकर यह अपर सर्किट पर पहुंच गया। इसके आईपीओ को ओवरऑल 72 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 72 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 75.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 4.17% फीसदी का लिस्टिंग गेन (Landmark Immigration Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 78.75 रुपये (Landmark Immigration Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 9.38 फीसदी मुनाफे में हैं।
Landmark Immigration IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
लैंडमार्क इमिग्रेशन का ₹40.32 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 16-20 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 72.84 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 35.58 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 116.71 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 81.87 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 56 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी नए ब्रांच सेटअप करने, ब्रांडिंग, अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Landmark Immigration के बारे में
वर्ष 2010 में बनी लैंडमार्क इमिग्रेशन कंसल्टैंट्स ग्लोबल कंसल्टेंसी सर्विसेज के बिजनेस में है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 3.94 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 4.43 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 11.12 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 38 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 37.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 5.40 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 19.25 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।