JK Cement, LTTS F&O Trading: शेयर बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने बड़ा फैसला लेते हुए जेके सीमेंट लिमिटेड (JKCEMENT) और एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज लिमिटेड (LTTS) के शेयरों को फ्यूचर और ऑप्शन (F&O) ट्रेडिंग से हटाने का एलान किया है. यह रोक 28 मार्च 2025 से लागू होगी. सेबी ने यह फैसला 30 अगस्त 2024 को जारी किए गए अपने एक सर्कुलर के आधार पर लिया है, जिसमें F&O सेगमेंट में शेयरों के लिए योग्यता के नियम बताए गए हैं.
इस एक्सपायरी तारीख तक होते रहेंगे ट्रेड
सेबी द्वारा सभी सदस्यों को भेजे गए एक नोटिस के मुताबिक, जेके सीमेंट लिमिटेड और एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज लिमिटेड के शेयरों के लिए, मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद, नए महीनों के कॉन्ट्रैक्ट जारी नहीं किए जाएंगे. जनवरी 2025, फरवरी 2025 और मार्च 2025 की एक्सपायरी वाले कॉन्ट्रैक्ट अपनी-अपनी एक्सपायरी तारीख तक ट्रेड होते रहेंगे. इनमें नए स्ट्राइक प्राइस भी जोड़े जाएंगे. स्ट्राइक प्राइस वह तय कीमत होती है जिस पर किसी शेयर या इंडेक्स को भविष्य में खरीदने या बेचने का कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है.
सेबी ने F&O की एंट्री, एग्जिट के नियमों में किया बदलाव
सेबी ने इससे पहले फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में शेयरों की एंट्री और एग्जिट के लिए अपने नियमों में बदलाव किया है. इन नए नियमों के मुताबिक ऑप्शन्स सेगमेंट के वो स्टॉक्स यदि तीन महीनों तक क्राइटेरिया को पूरा नहीं करते हैं, उन्हें हटा दिया जाएगा. स्टॉक्स के बाहर निकलने के बाद नए कॉन्ट्रैक्ट्स भी जारी नही कर पाएंगे. स्टॉक का मीडियन क्वार्टर सिग्मा ऑर्डर साइज (MQSOS) अब कम से कम 75 लाख रुपए होना चाहिए. इससे पहले ये 25 लाख रुपए था.
नियमों में बदलाव का ये है मकसद
सेबी के नए नियमों के मुताबिक मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट (MWPL) को 500 करोड़ रुपए से बढ़ाकर कम से कम 1,500 करोड़ रुपए कर दिया है.शेयरों की एवरेज डेली डिलीवरी वैल्यू को अब 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 35 करोड़ रुपये कर दिया गया है. इन नियमों के पीछे नियामक का मकसद है कि इस सेगमेंट में हाई क्वॉलिटी और सफिशिएंट मार्केट डेप्थ वाली कंपनी को रखने का है. वर्तमान में इस सेगमेंट में जो कंपनियां हैं उनके लिए 6 महीने का जेस्टेशन पीरियड दिया गया है. शेयर एक बार F&O सेगमेंट से एग्जिट तो एक साल तक दोबारा एंट्री नहीं मिलेगी.