HUL Share Price: एफएमसीजी सेक्टर की कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर गुरुवार (23 जनवरी) को शुरूआती कारोबार में 4 फीसदी तक टूट गए। एक दिन पहले तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद कंपनी के शेयरों में आज यह गिरावट आई है। नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेस ने एचयूएल बैंक पर इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी जारी की है।
ब्रोकरेज कंपनियों ने शेयर मिलीजुली रेटिंग दी है और अपने लॉन्ग टर्म टारगेट प्राइस में बदलाव किया है। ब्रोक्रेजीज का कहना है कि स्टॉक में लॉन्ग टर्म में 38% तक का अपसाइड आ सकता है। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में मुनाफा 19.18 प्रतिशत बढ़कर 2,989 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 2508 करोड़ रुपये था।
HUL: 38% तक अपसाइड के टारगेट
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने हिंदुस्तान यूनिलीवर पर अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को घटाकर 3225 रुपये कर दिया है। पहले यह 3,395 रुपये था। इस तरह पिछले बंद भाव (22 जनवरी) से शेयर लॉन्ग टर्म में 38% का अपसाइड दिखा सकता है।
ब्रोकरेज के अनुसार, एचयूएल के दिसंबर तिमाही के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप रहे जिसमें रेवेन्यू/EBIDTA सालाना आधार पर क्रमश: 1.4% और 0.8% बढ़ गया। कई तिमाहियों के बाद प्राइस 2% पर पॉजिटिव हो गया। होम केयर/ब्यूटी एंड वेलबीइंग में सालाना आधार पर 6%-1% की वृद्धि हुई, जबकि पर्सनल केयर में सालाना आधार पर 4% की गिरावट आई है। खाद्य पदार्थ स्थिर रहे। हालांकि, स्किन केयर पोर्टफोलियो में मिड-सिंगल अंक में वृद्धि हुई।
ब्रोकरेज फर्म एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने हिंदुस्तान यूनिलीवर पर अपनी ‘HOLD’ रेटिंग को बरकरार रखा है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को घटाकर 2300 रुपये कर दिया है। पहले यह 2666 रुपये था। ब्रोकरेज का कहना है कि डिमांड नरम बनी हुई है। नियर टर्म में कमोडिटी वैल्यू इन्फ्लेशन और बाजार हिस्सेदारी हासिल करने और वॉल्यूम वृद्धि को बढ़ाने के लिए ब्रांडों पर उच्च निवेश के कारण प्रॉफिटेबिलिटी सीमित हो सकती है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने भी हिंदुस्तान यूनिलीवर पर बुलिश और स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। साथ ही स्टॉक पर 2850 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह से शेयर बुधवार के बंद भाव से लॉन्ग टर्म में 22% का अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि एचयूएल का दिसंबर तिमाही में रेवेन्यू 1.9% बढ़कर 15,559 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, मांग में सुधार में देरी जारी है। इससे शहरी खपत पर दबाव पड़ा है। एलयूपी की अधिक हिस्सेदारी ने अंडरलाइंग वॉल्यूम ग्रोथ (UVG) के मिश्रण को और प्रभावित किया है।
ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने भी HUL पर BUY रेटिंग को मेंटेन रखा है। साथ ही स्टॉक पर 2,675 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह शेयर बुधवार के बंद भाव के मुकाबले लॉन्ग टर्म में 14% का अपसाइड दे सकता है। ब्रोकरेज ने खराब फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और नियर टर्म सुस्त दिमान के बावजूद एचयूएल पर अपना पॉजिटिव रुख दोहराया है।
एचयूएल शेयर हिस्ट्री
तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद एचयूएल के शेयरों में गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 4% तक की गिरावट देखी गई। हालांकि, बाद में शेयर में अच्छी रिकवरी आई। दोपहर 1 बजे शेयर 21.95 रुपये या 0.94% गिरकर 2321 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। शेयर की परफॉर्मेंस की बात करें तो पिछले एक महीने में इसका प्रदर्शन लगभग सपाट रहा है। वहीं, पिछले 3 महीने में शेयर 12.29% गिरा है। जबकि बीते एक साल में शेयर की परफॉर्मेंस लगभग सपाट ही रही है। शेयर का 52 वीक हाई 3,034 रुपये जबकि 52 वीक लो 2,170 रुपये है। बीएसई पर स्टॉक का टोटल मार्केट कैप 5,47,795 करोड़ रुपये है।
कैसे रहे एचयूएल के तीसरी तिमाही के नतीजे?
रोजमर्रा के सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट 19.18 प्रतिशत बढ़कर 2,989 करोड़ रुपये हो गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका कंसोलिडेट मुनाफा 2,508 करोड़ रुपये था। अक्टूबर-दिसंबर, 2024 तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेट कुल आय 16,050 करोड़ रुपये रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 15,781 करोड़ रुपये थी। दिसंबर तिमाही में कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 12,576 करोड़ रुपये हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 12,305 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही में असाधारण वस्तुओं और कर से पहले लाभ 3,475 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा। हालांकि, तिमाही में 507 करोड़ रुपये की असाधारण आय, जबकि एक साल पहले की अवधि में 30 करोड़ रुपये का असाधारण घाटा हुआ था, ने शुद्ध लाभ को बढ़ावा दिया। दिसंबर में समाप्त तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 2,998 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 2,501 करोड़ रुपये था, जबकि तिमाही में इसकी अंतर्निहित मात्रा वृद्धि स्थिर रही। एफएमसीजी प्रमुख का राजस्व साल-दर-साल 1.6 प्रतिशत बढ़कर 15,818 करोड़ रुपये रहा।