कल्याण ज्वैलर्स (Kalyan Jewellers) के स्टॉक में गड़बड़ियों के आरोप सामने आने के बाद मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के टॉप मैनेजमेंट ने 500 डिस्ट्रिब्यूटर्स के साथ बात कर फंड हाउस की इनवेस्टमेंट पॉलिसी और जोखिम को नियंत्रित करने से जुड़े उपायों के बारे में चर्चा की है। इस कॉल में मैनेजमेंट की तरफ से मोतीलाल ओसवाल AMC के एमडी और सीईओ प्रतीक अग्रवाल, CIO निकेत शाह और CBO अखिल चतुर्वेदी आदि शामिल हुए। इन प्रतिनिधियों ने डिस्ट्रिब्यूटर्स को आश्वासन दिया कि फंड हाउस और इसके फंड मैनेजर्स ने कुछ गलत नहीं किया और किसी को नौकरी से नहीं हटाया गया है।
हाल में सोशल मीडिया पर यह चर्चा काफी जोरों पर थी कि मोतीलाल ओसवाल AMC के कई फंड मैनेजर कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में गड़बड़ी करने में शामिल हैं और फंड हाउस ने इस सिलसिले में कई फंड मैनेजरों को बर्खास्त किया है। अग्रवाल ने कहा, ‘अगर आप कल्याण ज्वैलर्स से जुड़ी बल्क डील देखेंगे, तो खरीदारों की सूची में ‘
उनका कहना था, ‘आपको इस बात का गर्व होना चाहिए कि आप उतनी खरीदारी करने में सक्षम थे, जितना हम चाहते थे। इस बात के लिए तारीफ मिलने के बजाय हमारा ट्रायल किया गया।’ NSE के बल्क डील डेटा के मुताबिक, मोतीलाल ओसवाल ने 22 अगस्त को कल्याण ज्वैलर्स के तकरीबन 22 लाख शेयर खरीदे थे। मैनेजमेंट ने दोहराया है कि इससे संबंधित अफवाह आधारहीन है और यह वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी पर चल रही अफवाहों का नतीजा है।
फिलहाल, मोतीलाल ओसवाल ने विभिन्न फंडों के जरिये कल्याण ज्वैलर्स में निवेश कर रखा है। इन फंडों में निफ्टी 200, निफ्टी 500 मोमेंटम फंड, बिजनेस साइकल फंड और उनके मिडकैप फंड में शामिल हैं। कॉल के दौरान मैनेजमेंट ने दोहराया है कि कंपनी के फंड की रणनीति इस तरह से तैयार की गई है कि इसमें किसी एक खास स्टॉक पर ज्यादा निर्भरता नहीं हो।
अग्रवाल ने कहा, ‘एक मान्यता यह थी कि हम एक स्टॉक आधारित फंड हाउस हैं। हालांकि, अगर आप पिछले वर्षों के दौरान हमारी परफॉर्मेंस देखें, तो यह निरंतर बेहतर रही है और यह किसी खास स्टॉक पर आधारित नहीं है।’ उनका कहना था कि हमारी पूरी टीम ने मिलकर काम किया है, जिसका असर फंड हाउस की ग्रोथ पर देखने को मिला है।